यात्रियों को राउजा अवश्य घूमना चाहिए क्योकि यहां इब्राहिम आदिलशाह द्धितीय और उनकी बेगम ताज सुल्ताना रहती थी। इस इमारत की डि़जाइन मलिक सन्दाल नें बनाई थी जोकि ड़ेक्कन के ताजमहल के रूप में प्रसिद्ध है। मलिक सन्दाल के इस डि़जायन में...
मालिक-ए- मैदान यानि युद्धक्षेत्र का भगवान बीरजापुर में शेरशाह बुर्ज के उच्च क्षेत्र में स्थित मालिक-ए- मैदान का निर्माण 1549 में मुहम्मद आदिल शाह प्रथम ने करवाया था जिसमें काफी बड़ी-बड़ी तोपों को रखा गया था। बीजापुर शहर के बाहरी क्षेत्र में पश्चिमी दिशा...
मिठारी और असर महल को देखने के बाद पर्यटकों को इन इमारतों की खूबसूरती की गवाही मिल जाएगी। मिठारी और असर महल को कर्नाटक स्थित बीजापुर के तत्कालीन शासक मुहम्मद आदिल शाह द्वारा 1640 में बनवाया गया था। इस ऐतिहासिक इमारत को फारसी शैली की सजावट और मुगलकालीन...
उपरी बुर्ज,बीजापुर के दक्खानी ईदगाह के उत्तर में स्थित है। इसे 1584 में हैदर खान ने बनवाया था। यह 80 फीट ऊॅचा गोलाकार टॉवर के रूप में है जिसका बाहरी हिस्सा पत्थरों से जड़ा हुआ है। इसे उपाली बुर्ज के नाम से भी जाना जाता है। यहॅा भी बंदूकें, पानी...
बीजापुर शहर से 2 किमी दूर स्थित शाही गगन महल पर्यटकों को अवश्य लुभाएगा। यह राजा आदिल शाह के द्धारा 1561 में दोहरे उद्धेश्य से बनवाया गया था, एक शाही राजघराने और दूसरा दरबार लगाने के उद्धेश्य से। इस स्मारक का निर्माण 21 मीटर के फ्रंट और चार...
बीजापुर में जुम्मा मस्जिद की महान ऐतिहासिक पहचान व महत्व है। आदिल शाह साम्राज्य के राजा अली आदिल शाह द्धितीय ने तालीकोटा युद्ध के जीत के जश्न में इसका निर्माण करवाया था जोकि बीजापुर का सबसे बड़ा धार्मिक स्मारक है। 10,810 वर्गमीटर के फैले...
बीजापुर, गढ़ों की वास्तुकला के लिए काफी लोकप्रिय है। यहॅा गढ़ को अरकिला के नाम से भी जाना जाता है। यह गढ़ यूसुफ आदिल शाह द्वारा 1566 में बनवाया गया था। गढ़ के आसपास, 100 गज की दूरी पर विस्तृत खाई है जोकि बीजापुर में पूर्व इस्लाम अवधि को दर्शाता...
पर्यटकों को गोल गुम्बद का दौरा अवश्य करना चाहिए क्योकि इसका एक ऐतिहासिक महत्व है। यह दुनिया का दुसरा सबसे बड़ा मकबरा है और बीजापुर के सुल्तान मुहम्मद आदिल शाह का मकबरा भी है। आदिल शाह, 1460 से 1696 के बीच शाही राजवंश का शासक था। इस...
पर्यटक, अली आदिल शाह के द्धारा बीजापुर शहर की पूर्वी सीमा पर निर्मित चॉद बावड़ी को भी भ्रमण कर सकते है। अली आदिल शाह ने अपनी पत्नी चॅाद बीबी के नाम से इस टैंक का नाम चॉद बावड़ी रखा था। जब विजयनगर साम्राज्य ध्वस्त हो गया था, तो बड़ी संख्या...
यदि पर्यटक के पास समय हो तो कर्नाटक के बीजापुर जिले में स्थित बाराकमान, अली आदिल शाह द्धितीय की कब्र की यात्रा करनी चाहिए। इस मकबरे का निर्माण कभी पूरा नहीं किया गया। आदिलशाही साम्राज्य के राजा अली आदिल शाह, एक ऐसी सर्वोच्च वास्तुकला का निर्माण करना...