चंपानेर के प्रसिद्ध मस्जिदों में से केवड़ा मस्जिद धार्मिक संस्कार के लिए काफी महत्वपूर्ण है। मस्जिद के पास स्थित जलाशय का इस्तेमाल धार्मिक स्नान के लिए किया जाता है। यहां कई मेहराब भी बने हुए हैं, जिसका रुख मक्का की तरफ है।
चंपानेर की यह मस्जिद एक ऊंचे आधार पर बनी है। इसमें लंबे धारीदार गुंबद बने हुए हैं। कालांतर में गुंबद का रंग और चमक काफी फीका पड़ गया है। मस्जिद के प्रार्थना कक्ष में एक केन्द्रीय कलश भी है।
यह गुजरात का एकमात्र ऐसा कब्र है, जो ईंट से बना है। इसमें एक केन्द्रीय गुबंद के साथ-साथ चारों कोने पर गुंबद बने हुए हैं। कब्र के दोनों ओर ईंट से बना खूबसूरत वक्राकार प्रवेश द्वार है।
यह डरावना बावली गुजरात के चंपानेर में स्थित है। इसे 16वीं शताब्दी में बनवाया गया था और यह 1.2 मीटर गहरा है। यह बावली गुजरात के दूसरे बावलियों से काफी अलग है। इसमें दीवार के साथ-साथ सर्पाकार सीढ़ी बनी हुई है।
चंपानेर स्थित यह भव्य कब्र पुराने गुजरात का सबसे बड़ा मकबरा है। यह कब्र एक कम ऊंचाई वाले चबूतरे पर बना है और इसकी बनावट गुंबद जैसी है।
नगिना मस्जिद चंपानेर का एक और खूबसूरत मस्जिद है। यह अपनी जटिल नक्काशी के लिए जाना जाता है। यह एक ऊंचे आधार पर बना है और इसके मुख्य कक्ष के ऊपर तीन गुंबद बने हुए हैं। पास में ही एक स्मारक भी बना हुआ है, जिस पर प्रभावशाली नक्काशी की गई है।
जामा मस्जिद चंपानेर के सर्वाधिक घूमे जाने वाले स्थानों में से एक है। इसमें 30 मीटर के दो सुंदर मिनार बने हुए हैं। मस्जिद के स्तंभों पर की गई बारीक नक्काशी और खूबसूरत कारीगरी इसे एक बेहतरीन जगह बना देती है।
धानपरी ईको कैंपसाइट जांबुघोड़ा वन्यजीव अभ्यारण्य में स्थित है। यहां आप विभिन्न प्रकार के वनस्पति और जीवजंतु देख सकते हैं। एक बेहतरीन कैंपिंग स्पॉट होने के साथ-साथ यह जंगल और प्रकृति के संरक्षण के संबंध में जानकारी और जागरुकता भी फैलाता है। यह एक अनुकूलन केन्द्र...
शहर की मस्जिद चंपानेर के सुल्तानों की निजी मस्जिद के रूप में जानी जाती है। इसके तीनों प्रवेश द्वार पर विशाल गुंबद बने हुए हैं।
अगर आप चंपानेर जा रहे हैं, तो जांबुघोड़ा वन्यजीव अभ्यारण्य घूमने जरूर जाएं। यह चंपानेर से सिर्फ 20 किमी दूर है और विभन्न प्रकार के वन्यजीव व हरियाली से भरा पड़ा है। यहां सौगान, महुदा और बांस सहित ढेरों पेड़ हैं। साथ ही भौंकने वाले हिरण, नीलगाय, चौसिंघा और भालू...
सिकंदर शाह का कब्र गुजरात के चंपानेर में स्थित है। चंपानेर के आखिरी शासक सिकंदर शाह की हत्या ईमाम-उल-मुल्क ने की थी और उन्हें यहां उनके दो भाइयों के साथ दफनाया गया है। हालांकि यह कब्र लंबी धारी वाले गुंबद से बना पत्थर का एक साधारण सा संरचना है, बावजूद इसके यह अपनी...
यह फॉरेस्ट ईकोटूरिज्म कैंपसाइट जांबुघोड़ा वन्यजीव अभ्यारण्य से रतनमहल अभ्यारण्य जाने के क्रम में पड़ता है। नदी के किनारे पर स्थित यह कैंपसाइट यहां पाए जाने वाली उड़ने वाली गिलहरी के कारण जाना जाता है। आप इन गिलहरियों को शाम के समय देख सकते हैं। आसपास में रहने वाले...