लुंगलेई - मिजोरम की पथरीली नगरी का पुल
मिजोरम के सात ज़िलों में से एक है लुंगलेई। यह शहर का दूसरा सबसे प्रमुख जिला है और इसका जिला मुख्यालय जो इसी नाम से है यहाँ का दूसरा बड़ा इलाका है। लुंगलेई जिसको लुंगलेह भी कहते......
सिलचर - बराक नदी से घिरा हुआ
सिलचर दक्षिण असम में है और कछार जिले का जिला मुख्यालय है। एक सर्वोत्कृष्ट छोटा शहर, सिलचर अपने में ही सुंदर है। शहर के चारों ओर बराक नदी जगह की सुंदरता को बढ़ाती है। बराक इस......
इम्फाल - शहर की रखवाली करती हरी-भरी पहाड़ियां
मणिपुर की राजधानी इम्फाल, उत्तर पूर्वी भारत में पूरी तरह से सिमटा हुआ एक छोटा सा शहर है। इम्फाल द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सुर्खियों में आया था, जब जापानियों ने भारत में......
थौबल - झीलों, नदियों और धान के खेतों का लें आनंद
थौबल जिले का जिला मुख्यालय थौबल मणिपुर के अन्य शहरों की तुलना में कहीं अधिक विकसित है। शहर के ज्यादातर प्रमुख स्थल थौबल नदी के तट पर बसे हैं। इम्फाल नदी यहां की दूसरी महत्वपूर्ण......
बिष्णुपुर - नाचते हिरन, तैरता हुआ दलदल और काफी कुछ
बिष्णुपुर को मणिपुर की सांस्कृतिक और धार्मिक राजधानी कहते हैं। यह ऐसी जगह है जहाँ भगवान विष्णु रहते हैं, जो डोम के आकार के टेराकोटा मंदिर से घिरा है और यहाँ पर प्रसिद्द नाचने......
आइज़ोल - हाइलैंडर्स की भूमि
आइज़ोल, पूर्वोत्तर भारत के आठ राज्यों में से एक मिज़ोरम की राजधानी है। आइज़ोल एक सुंदर शहर है जो खड़ी पर्वत श्रेणियों, पहाडि़यों और घाटियों के बीच फैला हुआ है। सदियों पुराना यह......
तामेंगलांग - पवित्र जंगलों एवं अज्ञात पहाड़ियों की सुरम्य भूमि
तामेंगलांग पहाड़ियों, घाटियों, एवं पर्वतमालाओं से युक्त एक पहाड़ी जिला है। खूबसूरत तामेंगलांग जिला, मणिपुर के नौ जिलों में से एक है। तामेंगलांग सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक......
सइहा - मिजोरम का सुदूर दक्षिणी सिरा
मिजोरम के सुदूर दक्षिणी छोर पर स्थित सइहा राज्य के आठ जिलों में से एक है। इसका जिला मुख्यालय भी सइहा ही है। साथ ही यह मारा ऑटोनोमस डिस्ट्रिक काउंसिल के लिए भी जिला मुख्यालय का......
थेनजोल - आधुनिकीकरण से दूर एक सुरक्षित स्थान
थेनजोल मिजोरम में सबसे आकर्षक गांवों में से एक है, जिसे हर पर्यटक की पथप्रदर्शक पुस्तक में होना चाहिए। सरछिप जिले के प्रशासन के दायरे में आने वाला, थेनजोल एक समय पर सिर्फ एक घना......