ईको पार्क उन कई सुन्दर पार्कों में से एक है जहाँ चेरापूँजी आने पर घूमने जाया जा सकता है। इसका डिजाइन मेघालय सरकार द्वारा एक ऊँचे पठार पर तैयार किया गया था जिससे कि पर्यटक सुन्दर हरे पहाड़ों, सोहरा की घाटियों और यहाँ से निकलने वाले झरने का आनन्द ले सकें। आप इस...
चेरापूँजी के निकट डैन-थ्लेन झरना एक और शानदार झरना है। इसका नाम क्षेत्र में रहने वाले थ्लेन या अजगर के नाम पर पड़ा है। लोककथाओं के अनुसार गाँव वासियों को वह अजगर मिल गया और उन्होंने उसे नष्ट कर उसके दहशत के साम्राज्य को समाप्त किया। बाद में उसके माँस की दावत उड़ाई...
मॉम्लुह गुफायें या लोकप्रिय रूप से प्रसिद्ध क्रेम मॉम्लुह गुफायें भारतीय प्रायद्वीप की चौथी सबसे लम्बी गुफायें हैं। इनकी लम्बाई शानदार 4503 मीटर है और यह क्षेत्र का अग्रणी पर्यटक आकर्षण है। इस गुफा में कई प्रवेश द्वार हैं जिनमें से कई काफी खतरनाक भी हैँ।
...सोहरा (चेरापूँजी) के निकट नाँगसॉलिया एक बहुत ही लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है। यह स्थान साल भर दुनिया के कोने-कोने से आये पर्यटकों से भरा रहता है। यह मुख्यतः सन् 1848 में वेल्श मिशनरी द्वारा स्थापित पूर्वोत्तर भारत के पहले गिरजाघर के लिये जाना जाता है। भारत में...
चेरापूँजी का मॉस्मई गुफा यात्रियों के लिये सबसे आसान गुफायें हैं क्योंकि यात्री इनमें बिना किसी तैयारी या गाइड की सहायता के बहुत ही आसानी से घूम सकते हैं। 150 मीटर लम्बी इस गुफा के अन्दर प्रकाश का समुचित प्रबन्ध होने के कारण वे आसानी से रास्ता खोज सकते हैं।
...चेरापूँजी के समीप नोहकालीकाई झरना भारत का सबसे ऊँचा झरना है। चेरापूँजी प्रतिवर्ष की भारी बारिश के लिये जाना जाता है और इस झरने के जल का स्रोत यही बारिश है। इसलिये दिसम्बर से फरवरी के मध्य के सूखे समय में यह झरना काफी हद तक सूख जाता है। झरने के ठीक नीचे नीले-हरे...
ग्रीन रॉक पशु-फार्म, चेरापूँजी पर्यटक आकर्षणों की सूची में शामिल किया जाने वाला सबसे नया स्थान है। यह स्थान घुड़सवारी क्षेत्र, पारम्परिक तीरंदाजी क्षेत्र तथा कई एकड़ में फैले चारागाह का रोचक संगम है। यह सम्पदा शैडवेल्स की थी जो चेरापूँजी में स्थापित होने वाले...
थंगखारंग पार्क एक सुन्दर पार्क और लोकप्रिय दर्शनीय स्थल है। इस पार्क में तथा इसमें स्थित ग्रीनहाउस में विभिन्न प्रजातियों के पेड़-पौधों को देखा जा सकता है। इस पार्क को बच्चों की जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है जिन्हें प्रकृति के बारे में कम फिक्र होती...
खोह रामहाह को लोकप्रिय रूप से पिलर रॉक या मोहट्रॉप के नाम से जाना जाता है और यह चेरापूँजी का लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है। इस पत्थर की माप और आकृति एक विशालकाय शंकु होने के कारण इसे आश्चर्यजनक बनाती है।
लोककथाओं के अनुसार, खोह रामहाह शैतानी आत्मा की शंकु के...
मॉस्मई झरना मेघालय के शानदार झरनों में से एक हैं। यह मॉस्मई गाँव के बहुत पास में स्थित है और चेरापूंजी के रास्ते में पड़ता है। मॉस्मई झरने को स्थानीय रूप से नोहस्न्गिथियाँग झरने के रूप में जाना जाता है और पानी के 315 मीटर की ऊँचाई के गिरने के साथ यह भारत के सबसे...
सा-इ-मीका पार्क चेरापूँजी का अद्भुत पार्क है जहाँ पर मनोरंजन के साथ-साथ पर्यटकों के लिये शैक्षिक ज्ञानवर्धन भी होता है। यहाँ पर वॉलीबॉल कोर्ट, बास्केटबॉल कोर्ट, स्केटिंग रिंग, बैडमिन्टन कोर्ट जैसे कई खेलों की सुविधाओं के साथ-साथ बच्चों के लिये खेलने का स्थान और...
क्यिनरेम झरना भारत का 7वाँ सबसे ऊँचा झरना है और यह सोहरा (चेरापूँजी) की पहाड़ियों से तीन चरणों में गिरता है। कई अन्य छोटे झरनों के साथ मॉनसून के मौसम में क्यिनरेम झरने का नजारा शानदार होता है। इस शानदार झरने को देखने का सबसे बेहतर स्थान थंगखारंग पार्क है, हलाँकि...