कूचबिहार, पश्चिम बंगाल के उत्तरी क्षेत्रों में सबसे योजनाबद्ध बनाएं गए शहरों में से एक है जहां वर्ग और विरासत को महत्वता दी जाती है। पुराने दिनों में, इस शहर को बिहार के रियासत राज्य के मुख्यालय के रूप में जाना जाता था और आज यह स्थान, दुनिया का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है जहां एक तरफ औपनिवेशिक शैली की इमारतें बनी हुई और दूसरी तरफ राजसी हिमालय की विराजमान है।
कूचबिहार, पूर्वी हिमालय की तलहटी में स्थित है और यहां के विशाल अल्पाइन जंगलों में प्रकृति के नजारे देखने में अत्यंत सुंदर लगते है, साथ ही बर्फ से ढ़की चोटियों, पर्यटकों को मन मोह लेती है। कूचबिहार, विभिन्न संस्कृतियों जैसे - बंगाली, बौद्ध, तिब्बती आदि से प्रभावित है। विविधता में एकता, वास्तव में यहीं देखने को मिलती है।
कूचबिहार और उसके आसपास स्थित पर्यटन स्थल
कूचबिहार पर्यटन, पर्यटकों के लिए काफी महत्वपूर्ण है जहां वह यात्रा कर सकते है। यहां के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थलों में बानेश्वरा शिव मंदिर, बारादेबी बारी मंदिर, गोसनीमारी राजपूत यहां के प्रमुख स्थल है जिन्हे पर्यटक यहां आकर जरूर देखें।
कूचबिहार में त्यौहार
कूचबिहार, तोरसा नदी के बहुत समीप है और यहां मानसून के दौरान भारी बारिश होती है। कूचबिहार में स्थानीय लोग बहुत मस्ती करते है। वह लोग सभी भारतीय और बंगाली त्यौहार, जैसे - दीपावली, दुर्गा पूजा, काली पूजा और दशहरा को धूमधाम से मनाते है। साल भर यहां कई कार्निवल का आयोजन किया जाता है और रास मेला, उत्तर बंगाल का सबसे प्रमुख कार्निवाल है।
कूचबिहार का भोजन
कूचबिहार आने पर विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का स्वाद चखा जा सकता है। भूना खिचड़ी और लाब्रा यहां के प्रमुख स्थानीय भोजन है। सड़क किनारे बनने वाले मोमोज में बंगाली और बांग्लादेशी पाक शैली का तड़का, स्वाद में साफ पता चलता है। यहां सड़क किनारे कई फूड स्टॉल लगते है, कई रेस्टोरेंट है और इनमें विभिन्न प्रकार के भोजन भी मिलते है।
यहां आकर कुछ विशेष समुद्री भोजन का चखना कतई न भूलें। यहां की स्थानीय विशेषता घाटीगरम और जलमुरी है। कूचबिहार, स्थानीय स्तर पर इतनी विविध भरा है कि यहां हर समुदाय का क्लब, मैस और मनोरंजन केंद्र है। ये समुदाय, नियमित रूप से मिलते है और उत्सव मनाते है। यहां शिक्षा भी अच्छे स्तर पर प्रदान की जाती है, कई इंजीनियर इंस्टीट्यूट और स्कूल यहां स्थित है। आसपास के इलाकों से भी कूचबेहार में बच्चे और छात्र पढ़ने आते है और यहां सालों तक शिक्षा ग्रहण करते है।
खेल - कूद
पश्चिम बंगाल के अन्य क्षेत्रों की तरह, यहां भी सभी प्रकार के खेल खेले जाते है। एमजेएन, कूचबिहार और नेहरू स्टेडियम, स्थानीय लोगों को खेल की विशेष सुविधा प्रदान करता है। यहां आने वाले पर्यटक भी इन स्टेडियम की सुविधाओं का लाभ उठा सकते है।
औद्योगिक साइड
पर्यटन के अलावा, कूचबिहार को एक औद्योगिक शहर के रूप में भी जाना जाता है। इस शहर में कई कंपनियां, सुविधाएं प्रदान करती है। इससे यहां रोजगार को भी बढ़ावा मिला है। कूचबिहार में सभी के लिए कुछ न कुछ अवश्य है, यहां बिजनेसमैन, जोड़े, परिवार सभी सैर के लिए आ सकते है। उत्तर बंगाल में प्रमुख शहरों से यहां आसानी से आया जा सकता है। यहां से सिलीगुडी, कुछ ही घंटे की दूरी पर स्थित है।
कूचबिहार की सैर का सबसे अच्छा समय
कूचबिहार की सैर का सबसे अच्छा समय सर्दियों के दौरान होता है जब यहां की यात्रा आसानी से की जा सकती है।
कूचबिहार तक कैसे पहुंचे
कूचबिहार, देश के अन्य शहरों से भली प्रकार से जुड़ा है। इस शहर में सुभाष चंद्र बोस अंर्तराष्ट्रीय हवाई अड्डा है जो देश - विदेश के कई शहरों से जुड़ा हुआ है। गुवाहाटी से भी सड़क मार्ग के द्वारा यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है।