सेन्ट जॉर्ज चर्च को अंग्रजों के शासन काल में निर्मित किया गया था। कर्नल जे टी बॉइल्यू द्वारा डिजाइन किये गये इस चर्च का निर्माण 1826 में पूरा किया गया था। यह गेरुये रंग की बाहरी हिस्से और आन्तरिक सफेद हिस्से वाला सैन्य इलाके का चर्च है। चर्च के आन्तरिक हिस्से में...
द्रूग फोर्ट, एक जीर्ण शीर्ण किला कुन्नूर को लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है। अपने आसपास के सम्पूर्ण परिदृश्य के कारण टीपू सुल्तान द्वारा इसे सेना की चौकी के रूप में प्रयोग किया जाता था। किले की रणनीतिक स्थिति के कारण दुश्मन के किसी भी प्रकार के हमले को नकारने के लिये...
लैम्ब्स रॉक कुन्नूर का एक और प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण है। क्या आपने कभी पहाड़ी की चोटी पर चढ़कर नीचे मैदानी इलाकों को देखा है। क्या आपने कभी जहाँ तक नजर जाती है वहाँ तक फैले विशाल हरे-भरे और लाल जमीनी इलाके को देखने का आनन्द महसूस किया है और कुछ समय के लिये भगवान...
सिम्स पार्क कुन्नूर का एक प्रमुख आकर्षण है जिसका नाम मद्रास क्लब के सन् 1874 के सचिव जे डी सिम के नाम पर रखा गया है। यह एक बागवानी रिजर्व है। इसका उद्देश्य पौधों की कई दुर्लभ प्रजातियों को संरक्षित करने है, साथ ही यहाँ आने वाले यात्रियों का दिल भी खुश हो जाता...
कटारी फॉल्स नीलगिरि पहाड़ियों के तीसरे सबसे बड़े झरनें के रूप में प्रसिद्ध है। यह भारत के सबसे पहले जलविद्युत परियोजना कटारी जलविद्युत परियोजना होने के लिये भी जाना जाता है। कटारी फॉल्स की ऊँचाई 180 मीटर है कुन्नूर से 10 किमी की दूरी पर कुन्धा रोड पर स्थित है।
...जैसा कि नाम से प्रतीत होता है डॉल्फिन नोज़ व्यूपॉइन्ट एक चोटी है जो डॉल्फिन के नाक के आकार की है। यहाँ से दिखाई देने वाले दृश्य को शब्दों में नहीं बयान किया जा सकता इसलिये कुन्नूर की यात्रा पर आये पर्यटकों को यहाँ अवश्य आना चाहिये। आपको थोड़ी बहुत ट्रेकिंग करनी...
गुएर्नसे टी फैक्ट्री नीलगिरि चाय उत्पादकों में सबसे प्रमुख है। नीलगिरि की कोई भी यात्रा यहाँ की चाय का स्वाद लिये बिना अधूरी है। तो इसके स्रोत में जाकर विश्व में कहीं न पाये जाने वाले स्वाद का अहसास करने से बेहतर क्या हो सकता है। तो इसके लिये आपको गुएर्नसे टी...