खूनी दरवाजा (रक्तरंजित दरवाजा) नाम इससे सम्बन्धित कहानियों के समान अजीबो-गरीब है। खूनी दरवाजा बहादुरशाह जफर मार्ग पर दिल्ली गेट के निकट स्थित है। मुस्लिम शूर साम्राज्य के संस्थापक शेरशाह सूरी द्वारा बनवाये गये फिरोज़ाबाद के लिये इस द्वार को बनवाया गया था जिसे...
नई दिल्ली का भारत अन्तर्राष्ट्रीय केन्द्र एक अनाधिकारिक सांस्कृतिक संस्था है जो 1968 में अस्तित्व में आया था। इस स्थान को आईआईसी के नाम से भी जाना जाता है और यह अपनी तरह का अनोखा स्थान है जहाँ लेखक से लेकर वैज्ञानिक, विधिवेत्ता से लेकर बौद्धिक संवर्ग के लोग,...
नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, जिसे एनएसडी के रूप में बेहतर जाना जाता है, संस्कृति मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त संस्थान है। संगीत नाटक एकैडमी द्वारा सन् 1959 में स्थापित इस नाट्य प्रशिक्षण संस्थान को मानक विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त है।
इस संस्थान में नाट्यकला...
निज़ामुद्दीन दरगाह केवल एक प्रसिद्ध आकर्षण ही नहीं है बल्कि यह एक प्रसिद्ध सूफी सन्त निज़ामुद्दीन औलिया की दरगाह है। दिल्ली के निज़ामुद्दीन पश्चिमी क्षेत्र में स्थित यह दरगाह न केवल प्रतिवर्ष हजारों मुस्लिम तीर्थ यात्रियों को आकर्षित करता है बल्कि अन्य धर्मों के...
नई दिल्ली में स्थित देश की सर्वोच्च विधि निर्माण संस्था संसद भवन एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है। संसद मार्ग स्थित इस आकर्षक वृत्ताकार संरचना में मंत्रियों के कार्यालय, विभिन्न कमेटी रूम और किताबों के एक विशाल संग्रह वाली सुन्दर पुस्तकालय है।
इस वृत्ताकार इमारत...
गुरूद्वारा शीश गंज साहिब, दिल्ली के नौ ऐतिहासिक गुरूद्वारों में से एक है। इस गुरूद्वारे का रोचक इतिहास है। यह गुरूद्वारा, सिक्खों के नौवें गुरू, गुरू तेग बहादुर सिंह की स्मृति में बनवाया गया था। इसी जगह गुरू तेग बहादुर को मौत की सजा दी गई थी, जब...
दिल्ली स्थित सफदरजंग का मकबरा दिल्ली की आखिरी संलग्न कब्र है। इस मकबरे का निर्माण वर्ष 1753 में अवध के नवाब शुजा उद दौला द्वारा अपने पिता के सफदरजंग की याद में बनवाया गया था। मकबरा एक सफेद समाधि है जो मुगल वास्तुकला का अंतिम चिराग माना जाता है।...
संस्कृति केन्द्र संग्रहालय दिल्ली के मेहरौली-गुड़गाँव रोड पर आनन्दग्राम में स्थित है। संग्रहालय में तीन और संग्रहालय हैं जिनमें भारतीय टेराकोटा का संग्रहालय, प्रतिदिन के उपयोग की वस्तुओं का कला संग्रहालय, और वस्त्र संग्रहालय शामिल हैं।
टेराकोटा का...
दिल्ली का सेक्रेड हार्ट कैथेड्रल राजधानी क्षेत्र का सबसे पुराना चर्च है। कनॉटप्लेस में भाई वीर सिंह मार्ग पर यह रोमन कैथोलिक चर्च 14 एकड़ के क्षेत्र में फैला है।
फादर ल्यूक की कल्पना के अनुरूप पूजा के इस पवित्र स्थान का सुन्दर स्थापत्य कला इटली की है जिसका...
अक्षरधाम या स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर दिल्ली में स्थित भारतीय संस्कृति, वास्तुकला, और आध्यात्मिकता के लिए एक सच्चा चित्रण है। इस मंदिर परिसर को पूरा बनने में 5 साल का समय लगा जिसे श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था के प्रमुख स्वामी महाराज के कुशल...
नेहरू पार्क एक विशाल पार्क है जो चाणक्यपुरी डिप्लोमेटिक एनक्लेव में 80 एकड़ भूमि पर फैला है। इस पार्क का नाम देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के नाम पर रखा गया है।
ये पार्क दिल्ली का सबसे बड़ा हरा भरा पार्क होने के अलावा सुबह और शाम को वॉक पर जाने...
गांधी स्मृति या गांधी स्मृति संग्रहालय वह स्थल है जहां राष्ट्रपिता, महात्मा गांधी ने अपने जीवन के आखिरी 144 दिन बिताएं थे। गांधी स्मृति को पहले बिड़ला हाउस या बिड़ला भवन के नाम से पुकारा जाता था। यह वह जगह भी है जहां 30 जनवरी 1948 को...
गुरूद्वारा बंग्ला साहिब नई दिल्ली में सिक्खों का एक प्रसिद्ध आकर्षण है। कनॉटप्लेस के पास स्थित अपने सुनहरे गुम्बद के साथ यह एक प्रभावशाली संरचना है और सिक्खों के 8वें गुरू गुरू हरकिशन से जुड़े होने के कारण प्रसिद्ध है। यह गुरूद्वारा अपने 'सरोवर' नामक तालाब के लिये...
सेंट्रल कॉटेज इंडस्ट्रीज एम्पोरियम, दुनिया के लिए भारत की खिड़की है जहां देश की समृद्ध पारंपरिक कला और सांस्कृतिक रूपों को दर्शाया गया है। इसे 1952 में देश के दिग्गज कला प्रेमियों के समूह के प्रयास और उत्साह से बनाया गया था। यह...
दिल्ली के चांदनी चौक में दिगंबर जैन लाल मंदिर के नजदीक 800 साल पुराना गौरी शंकर मंदिर स्थित है। यह मंदिर भारत के शैव सम्प्रदाय के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। इसे कॉस्मिक पिलर या पूरे ब्रह्मांड का केंद्र माना जाता है। इस मंदिर को एक मराठा सैनिक आपा...