त्रिपुरा राज्य के धलाई जिले का गठन 1995 में किया गया था। इसकी सीमा पड़ोसी मूल्क बांग्लादेश से लगती है। अंबासा धलाई का जिला मुख्यालय है। पंचयती राज मंत्रलय द्वारा इस जिला को भारत के पिछड़े जिलों में से एक माना गया है। राज्य की राजधानी अगरतला से धलाई 90 किमी दूर है और सड़क मार्ग से वहां पहुंचने में 3 घंटे का समय लगता है।
धलाई की प्राकृतिक सुंदरता
अधिकांश भूभाग पर फैले जंगल और पहाड़ी के कारण धलाई एक खूबसूरत जिला है। यहां के घने जंगल त्रिपुरा आने वाले पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं और कुछ दिन बिताने के लिए मजबूर कर देते हैं। धलाई में कोई बहुत बड़ा कारखाना नहीं हैं। हालांकि पाइन एप्पल जूस कांसंट्रेशन प्लांट जरूर है, जिसे नॉर्थ ईस्टर्न रीजनल एग्रीकल्चर मार्केटिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा स्थापित किया गया है। यह धलाई का एकमात्र संगठित उद्योग है। एक खास बात यह है कि धलाई के ग्रामीण हस्तशिल्प उत्पाद बनाने में निपुण होते हैं। धलाई सुगंधित अगरबत्ती के उत्पादन के लिए भी जाना जाता है।
धलाई और आसपास के पर्यटन स्थल
त्रिपुरा आने वाले पर्यटक और श्रद्धालु धलाई भी आते हैं। लांगथराई मंदिर, कमलेश्वरी मंदिर और रास मेला ही यहां के कुछ गिने चुने आकर्षण हैं। बावजूद इसके धलाई त्रिपुरा पर्यटन का एक अहम हिस्सा है।
कैसे पहुंचे
हवाई, सड़क और रेल मार्ग से धलाई पहुंचा जा सकता है।
घूमने का सबसे अच्छा समय
धलाई घूमने का सबसे अच्छा समय वो होता है जब मानसून जा रहा होता है और ठंड दस्तक देने लगती है। यानी अक्टूबर के बाद से मार्च-अप्रैल तक यहां घूमना अच्छा रहता है।