धार , मध्यप्रदेश राज्य के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि वाला एक गंतव्य स्थल है। धार , मध्यप्रदेश के सबसे समृद्ध सांस्कृतिक स्थलों में से एक है जिसका अपना एक महत्व है। इस जगह पुआरसों के द्वारा शासन किया गया था,जो एक मराठा रियासत थी और उस अवधि के दौरान इस इलाके को ''सैल्यूट स्टेट'' की उपाधि से नवाजा गया था।
धार और उसके आसपास के क्षेत्र में स्थित पर्यटन स्थल
धार और उसके आसपास के क्षेत्रों में कई पर्यटन स्थल है। यहां आकर बाघ गुफाओं का दौरा अवश्य करना चाहिए। यहां का अन्य आकर्षण पीथमपुर है जो एक औद्योगिक शहर है।
बेजोड़ सौंदर्य
धार, मध्यप्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित एक छोटा सा शहर है। धार की लोकेशन या स्थिति अत्यंत प्रासंगिक है और यह जगह सुरम्य सुंदरता के लिए खासी प्रसिद्ध है। धार, समुद्र तल से 559 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है जो चारों तरफ से झीलों और पहाडि़यों से घिरा हुआ है और यहां विशाल ऐतिहासिक महत्व वाली कई पुरानी इमारतें भी है जो धार पर्यटन को अलग और खास बनाती हैं।
मध्यप्रदेश का सांस्कृतिक नगर
ललित कला, पेंटिंग, मूर्तिकला, संगीत और नृत्य, धार का एक अभिन्न हिस्सा है। धार के लोग अनादि काल से अच्छी तरह इन कार्य में लगे हुए हैं और अपनी इन कलाओं से सारी दुनिया में अपना परचम लहराने में कामयाब हुए हैं। यहां की प्रसिद्ध बाग गुफाओं में की गई चित्रकारी, गुप्त काल के दौरान लोगों के समृद्ध जीवन और सांस्कृतिक की स्पष्ट झलक छोड़ती है।
प्रसिद्ध बाज बहादुर और रूपमती की भूमि
यहां की भूमि पर बाज बहादुर और रूपमती की प्रेम कहानियां, पीढि़यों से सुनी जा रही है और आगे भी चलती रहेगी। इस शहर के कोने - कोने में उनकी प्रेम कहानी सुनाई देती है। साहित्य, नृत्य या संगीत में बाज बहादुर ने काफी रूचि दिखाई थी और इन्हे आगे बढ़ाया, इसी कारण आज धार, भारत के नक्शे में विशिष्ट स्थान बनाए हुए है।
धार की सैर का सबसे अच्छा समय
धार की सैर का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से नवंबर के बीच का होता है।
धार कैसे पहुंचे
धार तक सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है, वैसे यहां रेलवे स्टेशन और इंदौर में एयरपोर्ट भी स्थित है जहां से देश के कई प्रमुख शहरों के लिए उड़ान भरी जाती है।