धर्मशाला से 11 किलोमीटर दूर और समुद्र स्तर से 1775 मीटर की उंचाई पर स्थित डल झील एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। हरे भरे देवदार के पेड़ों के जंगल से घिरी ये झील मक्लिओडगंज और नद्दी गांव के बीच स्थित है। ये झील यहाँ आने वाले ट्रेकर के लिए एक बेस कैम्प के तौर पर भी...
ग्युतो मठ धर्मशाला से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जो पर्यटन का लोकप्रिय आकर्षण है। यह मंदिर तिब्बती बौद्ध धर्म के एक प्रमुख स्कूल कर्मा काग्यू के प्रमुख करमापा के लिए घर है। इसके अलावा टी सी वी स्कूल के रूप में भी प्रसिद्द इस मठ में साख्यमुनि बुद्ध,...
नामग्याल मठ, मेकलियोदगंज के पास स्थित पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र है। यह बौद्ध संरचना तिब्बती सैनिकों के सम्मान के प्रतीक के रूप में बनाया गया जिन्होंने तिब्बत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उनकी जान गँवा दी। इसकी स्थापत्य शैली 3 री सदी में महान सम्राट अशोक के शासन...
मेकलियोदगंज में शॉपिंग पर्यटकों के बीच लोकप्रिय गतिविधि है। विभिन्न वस्तुएँ जैसे तिब्बती कालीन, पोंचू, थान्ग्कास (सिल्क पेंटिंग), मास्क, चांदी और पत्थर की आभूषण, बोतल बंद उत्पाद, मुसली, जैकेट, मूर्तियाँ, सांस्कृतिक कलाकृतियाँ हस्तशिल्प यहाँ से खरीदी जा सकती...
नेचुंग मठ, तिब्बत राज्य के सच्चे पथ प्रदर्शक का स्थान है और मेकलियोदगंज में स्थित पर्यटन का प्रमुख आकर्षण है। यह मठ त्सुग्लाग्खंग संकुल का एक भाग है जो गंग्चें क्यिशोंग में स्थित तिब्बतीयन लाइब्रेरी के नीचे स्थित है। पास स्थित मेकलियोदगंज बस स्टैंड पर्यटकों को...
मेकलियोदगंज के उत्तरी भाग से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित धरमकोट एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। हरे भरे देवदार के जंगलों से घिरा हुआ यह गाँव पिकनिक के लिये पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है। इस गाँव के परिसर में स्थित विपासना ध्यान केंद्र, धम्म शिखर और तुशिता ध्यान केंद्र भी...
धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम, धर्मशाला का पर्यटन का प्रमुख आकर्षण है। यह अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम स्थानीय क्रिकेट टीम के लिये घरेलू मैदान की तरह भी कार्य करता है। इसकी पृष्ठभूमि में मनोरम प्राकृतिक होने के कारण इस स्टेडियम को भारत का सबसे खूबसूरत स्टेडियम...
मणि ल्हाखंग स्तूप पर्यटन का एक प्रमुख आकर्षण है जो माना जाता है कि एक प्रसिद्द अध्यात्मिक व्यक्ति अवलोकितेश्वर के मार्गदर्शन में बना था जिन्हें तीसरे जम्गों कोंगत्रुल रिनपोचे के नाम से भी जाना जाता है। इस धार्मिक स्थल की स्थापना 2001 में हुई और तब से बौद्ध भक्त...
नदी और तल्नू लोकप्रिय पर्यटक गंतव्य हैं जो धर्मशाला से 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। ये दोनों स्थान धर्मशाला के उच्चतम बिंदु पर स्थित हैं और आसपास की घाटी का एक विहंगम दृश्य प्रदान करते हैं। यह पर सूर्यास्त का लुभावना दृश्य भी देखा जा...
करेरी गाँव धर्मशाला का प्रमुख पर्यटन स्थल है। समुद्र सतह से 2934 मीटर की ऊँचाई पर स्थित करेरी गाँव में स्थित करेरी झील बड़ी संख्या में पर्यटकों को इस स्थान की ओर आकर्षित करती है। इसके अलावा करेरी ट्रेकिंग और लंबी पैदल यात्रा के लिये भी आदर्श है।
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नामग्याल मठ, मेकलियोदगंज के पास स्थित पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र है। यह बौद्ध संरचना तिब्बती सैनिकों के सम्मान के प्रतीक के रूप में बनाया गया जिन्होंने तिब्बत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उनकी जान गँवा दी। इसकी स्थापत्य शैली 3 री सदी में महान सम्राट अशोक के शासन...
नर्घोता धर्मशाला के दक्षिण पूर्व में 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित छोटा सा गाँव है जो पर्यटन का एक प्रमुख आकर्षण है। हरे भरे चाय के बागानों और चीड के जंगलों से घिरा हुआ यह गाँव पर्यटकों के लिये सुंदर प्राकृतिक दृश्य प्रस्तुत करता है। 1986 में आए हुए एक बड़े भूकंप के...
मछिरल एक सुंदर पर्यटन स्थल है जो धर्मशाला से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह झरना यहाँ आने वाले आगंतुकों को प्रकृति के और भी करीब ले जाती है क्यों कि ये जगह बहुत शांत और मनमोहक है। यह जगह एक लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट है। ये जगह धर्मशाला -...
सेंट जॉन को समर्पित सेंट जॉन चर्च धर्मशाला का प्रमुख पर्यटन स्थल है जो फोरसिथगंज में स्थित है। 1852 में स्थापित यह चर्च वास्तुकला की नियो-गॉथिक शैली में बनाया गया है। इस चर्च की व्यापक रूप से प्रशंसा इसकी बेल्जियम के रंगीन कांच की खिड़कियों के लिये की जाती है जो...