द्रास, जिसको 'लदाख का प्रवेश द्वार' भी कहा जाता है, जम्मू और कश्मीर के कारगिल जिले में स्थित है। यह शहर समुद्र तल से 3280 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और इसे साईबेरिया के बाद दूसरी सबसे ठंडी बसी हुई जगह माना जाता है। कारगिल से करीबन 62 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, यह जगह जहाँ 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई हुई थी, द्रास, एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है।दाख के अलावा, द्रास कई लोकप्रिय हिल स्टेशन और जम्मू और कश्मीर के कई शहरों का प्रवेश द्वार भी है।
द्रास में रोमांच ...
यह शहर पर्यटकों के बीच अपने उबड़ खाबड़ प्राकृतिक दृश्य के लिए मशहूर है, जो उन्हें जोखिम भरे काम करने में मदद करती है। जो पर्यटक द्रास देखना चाहते हैं वह सुरु वैली में ट्रेक्किंग कर सकते हैं जो शहर के पास ही है। इसके साथ ही पर्यटक अमरनाथ गुफा वाला ट्रेक रुट ले सकते हैं, जहाँ लोगों को 5200 मीटर ऊँचे रास्ते को पार करना होगा।
द्रास की करें खोज
द्रास जाने पर पर्यटक द्रास वार मेमोरिअल ज़रूर देखें जिसको उन सिपाहियों को श्रद्धांजलि देने के लिए स्थापित किया गया था, जिन्होंने कारगिल की लड़ाई में अपनी जान दी। सूचना के अनुसार, दोनों तरफ से कुल मिलाकर 1200 सैनिक मारे गए थे। वार मेमोरिअल के बगल में एक संग्रहालय बनाया गया है जहाँ पर लड़ाई की निशानी रखी गयी है। पर्यटकों को द्रोपदी कुंद देखने की भी सलाह दी जाती है जो इस जगह के पास ही है।
जो पर्यटक द्रास जाना चाहते हैं वह हवाईयात्रा, रेलयात्रा या रोडयात्रा के द्वारा यहाँ पहुँच सकते हैं। द्रास जाने का सबसे सही समय जून से सितम्बर के बीच होता है जो वहां गर्मी का मौसम होता है।