पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र ने पड़ोसी राज्यों से प्रतिस्पर्धा करने के लिए एक विशाल स्टील सिटी की परिकल्पना की थी। इसी के परिणामस्वरूप दुर्गापुर वजूद में आया। समय के साथ-साथ दुर्गापुर स्टील उत्पादन के केंद्र से एक विकसित शहर और फिर चर्चित पर्यटन स्थल बन गया। राज्य के बीचों-बीच स्थित दुर्गापुर में बड़ी संख्या में छुट्टियां बिताने के लिए लोग आते हैं। यह शहर राज्य के अन्य शहरों की तरह ही आपको रोमांच से भर देगा।
दुर्गापुर और आसपास के पर्यटन स्थल
एक औद्योगिक शहर होने के बावजूद दुर्गापुर में कई पर्यटन स्थल है। यहां आपको कई खूबसूरत पार्क और गार्डन मिल जाएंगे। बर्नपुर का मोहन कुमारमंगलम पार्क और नेहरू पार्क इन्हीं में से एक है। इसके अलावा बिष्णुपुर, जयदेव केंडुली और रहरेश्वर शिब मंदिर यहां के कुछ धार्मिक स्थल हैं।
पश्चिम बंगाल के अन्य छोटे शहरों की तरह मॉल कल्चर ने दुर्गापुर में भी दस्तक दी है। ड्रीमप्लेक्स दुर्गापुर का पहला मॉल था और फिर उसके बाद यहां कई मॉल खुले। ज्यादातर मॉल में आपको प्रतिष्ठित ब्रांड के उत्पाद और मल्टीप्लेक्स मिल जाएंगे। इनमें हॉलीवुड और बॉलीवुड की नई फिल्में प्रदर्शित की जाती हैं।
मोहन कुमारमंगलम पार्क फुरसत के पल बिताने का एक बेहतरीन स्थान है। हालांकि दुर्गापुर पर्यटन विभाग ने अब इसे अम्यूजमेंट पार्क का रूप दे दिया है। यहां आप बच्चों को राइड करते देख सकते हैं। इसके अलावा यह बोटिंग सहित कुछ अन्य फन एक्टिविटी के लिए भी यह एक आदर्श स्थान बन गया है। मोहन कुमारमंगलम के मानव निर्मित झील में इस क्षेत्र के सबसे जहरीले सांप भी मिलते हैं। दुर्गापुर आने वाले पर्यटक बकरेश्वर भी जाते हैं, जहां एक प्राकृतिक गर्म पानी का झरना और एक प्रसिद्ध मंदिर है।
औद्योगिक से शैक्षणिक
स्टील सिटी होने के साथ-साथ दुर्गापुर में एक राष्ट्रीय स्तर का इंजीनियरिंग कॉलेज भी है। इस कारण शहर में छात्रों की भी बड़ी भीड़ देखने को मिलती है। खासकर शाम के समय गलियों में इंजीनियरिंग छात्र आपको दिख जाएंगे। शहर के रेस्टोरेंट और भोजनालय कुछ बेहतरीन स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए जाने जाते हैं।
खेलों में भी पीछे नहीं
पश्चिम बंगाल के अन्य शहरों की तरह दुर्गापुर में भी काफी खेल गतिविधियां होती हैं। नेहरू स्टेडियम, एएसपी स्टेडियम और शहीद भगत सिंह स्टेडियम जैसे कुछ फुटबॉल और क्रिकेट के स्टेडियम में खेलों को पसंद करने वाले लोगों का जमावड़ा लगा रहता है।
दुर्गापुर प्रकृति को करीब से महसूस करने का भी एक आदर्श स्थान है। यहां के लोगों में छोटा शहरी रहन-सहन देखने को मिलता है। पर्यटक अगर चाहें तो विशाल भारतीय स्पात उद्योग के बारे में भी जान सकते हैं। राज्य के दूसरे शहरों से दुर्गापुर आसानी से पहुंचा जा सकता है। इतना तो तय है कि दुर्गापुर नीरस शहरी जीवन से उलट आपको एक सुखद माहौल उपलब्ध कराएगा।
कैसे पहुंचें
सड़क और रेल मार्ग के जरिए दुर्गापुर अच्छे से जुड़ा हुआ है।
दुर्गापुर का मौसम
ठंड का समय दुर्गापुर घूमने के लिए सबसे अच्छा रहता है।