इडुक्की - प्राकृतिक परिदृश्य
‘खुदा का अपना घर’ कहा जाने वाला इडुक्की, पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थल है। हरे-भरे व घने वनों से घिरे तथा हरित पर्वतों से सुशोभित यह स्थान, भारत की सबसे ऊंची चोटी......
कराईकुडी - चेट्टीनाड की शान
कराईकुडी, तमिलनाडु राज्य के शिवागंगई जिले में स्थित एक नगर निगम है। यह स्थान पूरे नगर पालिका में सबसे प्रसिद्ध है और यह शहर का सबसे बड़ा इलाका भी है। यह स्थान,......
होसुर - गुलाबों का आधुनिक शहर
होसुर बेंगलुरू से दूर 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यह तमिलनाडु के कृष्णागिरि जिले के अंतर्गत आता है। एक व्यस्त औद्योगिक शहर होते हुए भी, होसुर अपने सुखद मौसम और पूरे साल......
ऊटी पर्यटन – पहाड़ियों की रानी
ऊटी नीलगिरी की सुंदर पहाड़ियों में स्थित एक सुंदर शहर है। इस शहर का आधिकारिक नाम उटकमंड है तथा पर्यटकों की सुविधा के लिए इसे ऊटी का संक्षिप्त नाम दिया गया है। भारत के दक्षिण में......
पलानी पर्यटन - पहाडियों के मध्य एक पवित्र भूमि
तमिलनाडू के डिन्डिगुल जिले में स्थित पलानी एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जिसकी पहाड़ियां भारत में प्राचीनतम पर्वत श्रंखलाओं का एक हिस्सा हैं। इस शहर का नाम दो तमिल शब्दों......
श्रीरंगम - मंदिरों का द्वीप
श्रीरंगम, तिरूचिरापल्ली में स्थित एक करामाती शहर है जो तमिलनाडू के दक्षिण भारतीय शहर का हिस्सा है। श्रीरंगम को प्राचीन काल से वेल्लीथिरूमुथारमाम के नाम से जाना......
थेनी पर्यटन - मसालों की सुंगध से भरा इलाका
थेनी, तमिलनाडु का एक जिला है जिसे हाल में ही बनाया गया है। यह जिला, पश्चिमी घाट की गोद में स्थित एक सुखद जगह है जहां पर्यटक छुट्टियां मनाने आ सकते है। इस नए जिल में कई ऐसे......
तिरुनागेश्वरम - राहु का नवग्रह मन्दिर
तिरुनागेश्वरम तमिलनाडु के तंजौर जिले में स्थित है और यह एक पंचायत शहर है। यह जगह कुंभकोणम शहर से 8 किलोमीटर पूर्व में स्थित है। यह शहर राहु भगवान (राहु ग्रह) को समर्पित है।......
करूर - शॉपर्स डिलाइट
अमरावती नदी के किनारे पर स्थित करूर शहर, तमिलनाडु के करूर जि़ले का प्रमुख शहर है। इसके दक्षिण पूर्व में 60कि.मी. दूर इरोड; पश्चिम में 70कि.मी. दूर त्रिची; दक्षिण में 100कि.मी.......
कुन्नूर पर्यटन - कभी न सोने वाली घाटी
कुन्नूर एक ऐसा हिल स्टोशन है जो यहाँ आने वाले पर्यटकों के मानस पटल पर अमिट छाप छोड़ जाता है जिससे बचपन की साधारण और आश्चर्य कर देने वाली यादें ताजा हो जाती हैं। ऊटकामुण्ड के......
कोल्ली हिल्स : प्रकृति का एक मूल संरक्षित उपहार
कोल्ली हिल्स भारत के तमिलनाडु राज्य में नामक्कल जिले में स्थित पर्वत श्रेणी है। ये पर्वत श्रेणियां लगभग 280 वर्ग किमी. के क्षेत्र में फ़ैली हुई हैं तथा इनकी ऊँचाई लगभग 1000 से......
त्रिची – जहाँ परम्परा का मिलन आधुनिकता से होता है
त्रिची या तिरूचिरापल्ली दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु का एक औद्यौगिक और शैक्षणिक शहर है। त्रिची अपने ही नाम के जिले का प्रशासनिक मुख्यालय भी है। यह शहर कावेरी नदी के तट पर स्थित......
थिन्गालुर – जिसे चंद्र भगवान का आशीर्वाद प्राप्त है
थिन्गालुर एक छोटा और प्यारा शहर है जो भारत के दक्षिणी राज्य तमिलनाडु में स्थित है। यह शहर तंजावुर से 18 किमी. की दूरी पर स्थित है तथा यहाँ रास्ते द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता......
धर्मपुरी - मन्दिरों और चर्चों का शहर
धर्मपुरी शहर भारत में तमिलनाडु, में स्थित है। जगह अपनी प्राकृतिक सुंदरता और पास के स्थानों के लिए अच्छी तरह से जानी जाती है, क्योंकि शहर बगल के राज्य कर्नाटक के निकट स्थित है।......
नीलांबुर - सागौन का शहर
सागौन वृक्षारोपण के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध, नीलांबुर, केरल राज्य के मलप्पुरम जि़ले में स्थित एक बड़ा शहर है। विशाल जंगल, प्राकृतिक सुंदरता, अद्वितीय वन्य-जीवन, आकर्षक झरनें,......
कुंभकोणम पर्यटन – मन्दिरों के शहर का जन्म
कुंभकोणम का लुभावना और मनोरम शहर दो समानान्तर बहने वाली नदियों के बीच स्थित है। यह छोटा सा शहर तमिलनाडु के थन्जावूर जिले में कावेरी और अरासालार नदियों के बीच बसा है। कावेरी......
कंजानूर - भगवान शुक्र का नवग्रह मंदिर
कंजानूर मंदिर, तमिलनाडू के तंजावुर जिले में स्थित एक गांव है। यह स्थान कुंभकोणम शहर के उत्तर पूर्व से 18 किमी. की दूरी पर काउवेरी नदी के उत्तरी किनारे पर बसा है।......
कोयंबटूर पर्यटन - दक्षिण का मैनचेस्टर
कोयंबटूर, तमिलनाडु के दक्षिणी राज्य में स्थित एक शहर है। यह शहर, क्षेत्रफल के हिसाब से राज्य में दूसरा सबसे बड़ा शहर है। इसे भारत का 15 वां सबसे बड़ा राज्य घोषित......
मदुरई – एक पवित्र शहर
मदुरई दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। वैगई नदी के किनारे स्थित मंदिरों का यह शहर सबसे पुराने बसे हुए शहरों में से एक है। शहर के उत्तर में सिरुमलाई......
कृष्णागिरि - काली पहाडि़यों की भूमि
कृष्णागिरि, तमिलनाडु का 30 वां जिला है जो भारत में काली पहाडि़यों की भूमि के नाम से जाना जाता है। यहां काला ग्रेनाइट काफी बड़ी मात्रा में है। इस स्थान का कुल क्षेत्रफल......
मैसूर पर्यटन - कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी
मैसूर कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी होने के साथ-साथ राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर भी है। दक्षिण भारत का यह प्रसिद्ध पर्यटन स्थल अपने वैभव और शाही परिवेश के लिए जाना जाता है।......
सेलम पर्यटन - रेशम और चांदी की भूमि
सेलम दक्षिण भारतीय राज्य, तमिलनाडु के उत्तर मध्य भाग में स्थित एक शहर है। राजधानी चेन्नई से 340 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, सेलम मैंगो सिटी के रूप में भी प्रसिद्ध है। यह राज्य और......
होगेनक्कल - धुआंदार रॉक झरना
होगेनक्कल तमिलनाडु के धरमपुरी जि़ले में कावेरी नदी पर स्थित एक छोटा सा गाँव है। इसे यह नाम कन्नड़ शब्दों, ’होगे’ अर्थात् ’धुआं’ और ’कल’......
यरकौड – एक कम अन्वेषित हिल स्टेशन
यरकौड तमिलनाडु की शेवारॉय पहाड़ियों में स्थित है तथा पूर्वी घाटों में स्थित एक हिल स्टेशन है। यह 1515 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है तथा यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और खुशनुमा मौसम बहुत......
पोल्लाची पर्यटन - दर्शनीय स्थल
पोल्लाची , भारत के दक्षिण भारत में तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले में स्थित है। पोल्लाची , दक्षिणी कोयंबटूर जिले में स्थित है जो शहर का दूसरा सबसे बड़ा इलाका है। यह स्थान,......
बांदीपुर – जंगली प्राणियों के साथ आमना सामना
बांदीपुर वन संरक्षित क्षेत्र भारत में प्रमुख रूप से बाघ संरक्षित (टाइगर रिजर्व) क्षेत्र के रूप में जाना जाता है, जहाँ बाघों की आबादी लगभग 70 है। लगभग 900 वर्ग किलोमीटर में......
तिरुवनैकवल पर्यटन - शिव का वास
तिरुवनैकवल को तिरूवानईकोईल के नाम से भी जाना जाता है जो भारत के तमिलनाडू में स्थित एक शांत, सौम्य और सुंदर शहर है। यह छोटा सा उपनगर, नदी के उत्तरी किनारे पर स्थित है......
वालपराई पर्यटन – जहाँ चाय कॉफ़ी और जंगली प्रचुर मात्रा में है
वालपराई एक ऐसा हिल स्टेशन है जो कमजोर दिल वालों के लिए नहीं है। समुद्र तल से 3500 फीट की ऊँचाई पर स्थित यह हिल स्टेशन तमिलनाडू के सबसे खूबसूरत हिल स्टेशनों में से एक है।......
स्वामीमालाई पर्यटन - पवित्रता, अच्छे विचारों और तीर्थस्थल से भरा स्थान
स्वामीमालाई एक शहर है जो तमिलनाडु राज्य के तंजावुर जिले में कुम्बाकोनम के समीप स्थित है। स्वामीमालाई शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है - भगवान का पहाड़, जो......
मुन्नार - प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण स्वर्ग समान स्थल
मुन्नार एक अविश्वसनीय, शानदार और अतिआकर्षक मन को लुभाने वाला हिल स्टेशन है जो इडुक्की जिले में स्थित है। पहाड़ों के घुमावदार इलाकों से घिरा हुआ यह हिल......
जावुर पर्यटन- जहां कभी चोल साम्राज्य का वर्चस्व रहा
तंजावुर इसी नाम के जिले में स्थित एक नगरपालिका है, जिसमें छः उप जिले हैं। चोल शासकों के समय तंजावुर एक महत्वपूर्ण स्थान के रूप में सामने आया, जब चोलों नें इसे अपनी राजधानी......
तिरुपुर पर्यटन– मंदिरों और कपड़ों का शहर
दक्षिण भारत का शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जिसने कपड़ों के केंद्र तिरुपुर का नाम नहीं सुना होगा। तिरुपुर, तमिलनाडू में कोयम्बटूर से 47 किमी की दूरी पर स्थित है। यहाँ बनाया गया......
वायनाड - पवित्र भूमि
वायनाड केरल के बारह जिलों में से एक है जो कन्नूर और कोझिकोड जिलों के मध्य स्थित है। अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण यह एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। पश्चिमी घाट के हरे भरे पर्वतों के......
मुदुमलाई पर्यटन – प्रकृति के सर्वश्रेष्ठ का संगम स्थल
तीन राज्यों (कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल) की सीमाओं से लगा मुदुमलाई नीलगिरि के घने जंगलों में स्थित है और अपने वन्यजीव अभ्यारण्य के लिये जाना जाता है। मुदुमलाई को दक्षिण बारत का......
काबिनी- हाथियों की राजधानी
काबिनी वन्यजीव रिजर्व के कारण काबिनी का क्षेत्र अपने वन्य जीवन के लिए बहुत अच्छी तरह से जाना जाता है, जो नागरहोल प्रकृति रिजर्व का एक हिस्सा है। यह कर्नाटक की यात्रा के लिए आये......
अलंगुडी पर्यटन - बृहस्पति देव को समर्पित नवग्रह मंदिर
तमिलनाडु के तिरुवरूर जिले में स्थित अलंगुडी एक बेहद सुन्दर और दर्शनीय गाँव है। यह मन्नरगुडी के पास स्थित कुम्भकोणम से लगभग 17 किमी दूर है। अलंगुडी से सबसे नजदीकी शहर कुम्भकोणम......
डिंडीगुल – पकवानों और किलों का शहर
डिंडीगुल शहर तमिलनाडु राज्य में स्थित है। डिंडीगुल के नाम की उत्पत्ति दो शब्दों थिंडू अर्थात तकिया और कल अर्थात पत्थर से मिलकर हुई है। इसका सम्बन्ध उन नग्न पहाड़ो से है जहाँ से......
येलागिरी पर्यटन - प्रकृति की गोद में शरण
येलागिरी को एलागिरी भी कहते है, यह तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में बसा हुआ छोटा सा हिल स्टेशन है और इसको पर्यटकों का स्वर्ग भी कहा जाता है। इसका इतिहास प्रवासिय समय का है जब सारा......
तिरुवन्नमलई पर्यटन - तमिलनाडु का आध्यात्मिक केंद्र
तिरुवन्नमलई अरुणाचल हिल या अन्नामलाई के नीचे स्थित एक छोटा सा उनींदा शहर है। यह एक मंदिरों का शहर है जो तीर्थयात्रियों के बीच अरुणाचलेश्वर मंदिर के लिए लोकप्रिय है। यह तमिलनाडु......
नमक्कल पर्यटन - देवताओं और राजाओं की भूमि
एक शहर एवं प्रशासनिक जिला, नमक्कल, भारत के दक्षिणी भाग के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। तमिलनाडु में स्थित नमक्कल विभिन्न रुचियों के लोगों को कई श्रेणियों के......
बेंगलुरु पर्यटन - भारत का नया चेहरा
भीड़—भाड़ वाले मॉल, आम लोगों से खचाखच भरी सड़कें और गगनचुंबी इमारतें, ऐसा नजारा आपको देखने को मिलेगा बेंगलुरु में। बेंगलुरु यानी इसे आप भारत की नई पीढ़ी का शहर भी कह सकते......
कोडैकनाल - जंगल के कोने में सौंदर्य
कोडैकनाल पश्चिमी घाट में पलानी पहाड़ियों में स्थित एक सुंदर और खूबसूरत हिल स्टेशन है। शहर अपनी प्राकृतिक सुंदरता और लोकप्रियता के कारण हिल स्टेशनों की राजकुमारी के रूप में......
दरासुरम - सर्वोत्कृष्ट (सर्वोत्तम) मंदिरों वाला एक शहर
दरासुरम अपने ऐरावतेश्वर मंदिर के लिए जाना जाता है जो इस शहर में स्थित है। दरासुरम, थंजावूर में कुंभकोणम के नज़दीक है जो धार्मिक महत्व वाला एक अन्य शहर है। दरासुरम, तमिलनाडू की......
तलकाडू - खोये मंदिरों का शहर
तलकाडू, 30 से अधिक मंदिरों का एक शानदार शहर, रेत के भीतर 16वीं शताब्दी में दफन हो गया था। उस समय से लेखन का कहना है कि यह एक प्राकृतिक आपदा के कारण वोडेयर्स के शासन के दौरान......
कोटागिरी - पहाड़ियां जो सुनती हैं
नीलगिरी जिले में स्थित कोटागिरी को एक प्रमुख हिल स्टेशन होने के नाते इसे कुन्नूर व ऊटी की श्रेणी में रखा जा सकता है। यह तीनों में कई मामलों में सबसे पीछे है,लेकिन खूबसूरत......