बहू बेगम का मकबरा नवाब शुजाउद्दौला ने अपनी प्रिय पत्नी की याद में बनवाया था। मकबरा मुगल स्थापत्य कला का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। इतिहास गवाह है कि सन् 1816 में इस मकबरे को ताजमहल की भव्यता के साथ बनाने का प्रयास किया गया।
चन्द्रमा की दूधिया रौशनी में सफेद...
फैजाबाद एक ऐतिहासिक शहर है और इसके अतीत के अध्ययन का सर्वश्रेष्ठ स्थान फैजाबाद संग्रहालय है। यहाँ पर कई वस्तुयें प्रदर्शित हैं जो मुगलकालीन शासन और शहर के सामाजिक और सांस्कृतिक ताने-बाने पर उसके असर को दिखाती हैं। यहाँ पर कई पौराणिक वस्तुयें भी प्रदर्शित हैं।
...गुप्तार घाट वह लम्बा स्थान है जहाँ पर पायी जाने वाली पत्थर की सीढ़ियाँ सरयू नदी की ओर ले जाती हैं। हिन्दुओं में इस घाट को बहुत पवित्र माना जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि भगवान राम ने पृथ्वी छोड़ने के लिये यहीं पर जलसमाधि ली थी और भगवान विष्णु के पवित्र घर या...
फैजाबाद नवाबों की राजधानी हुआ करता था और अपने शासनकाल में उन्होंने कई शानदार इमारतें बनवाई। इन्ही में से एक था कलकत्ता किला जिसका निर्माण अंग्रेजों द्वारा सन् 1764 में बक्सर के युद्ध में हार के बाद शुजाउद्दौला ने करवाया था।
किले का निर्माण इस बात का सूचक...
मोती महल या पर्ल पैलेस नवाब सुजाउद्दौला की पत्नी बहू बेगम का निवास था। यह शानदार इमारत मुगल स्थापत्य कला का उत्कृष्ट उदाहरण है। यह उत्तरप्रदेश के कुछ चुनिन्दा इमारतों में है जिसकी अपनी अलग पहचान है।
जैसा कि नाम से ही प्रतीत होता है कि गुलाब बाड़ी का मतलब है गुलाब का बगीचा। यह विशाल बगीचा शुजाउद्दौला और उनके परिवार की कब्रों को घेरे पूरे क्षेत्र में फैला है। इस बगीचे को सन् 1775 में स्थापित किया गया था और इसमें कई प्रजातियों के गुलाब पाये जाते हैं। गुलाब के...
फैजाबाद एक प्रमुख तीर्थस्थान और ऐतिहासिक स्थान है। यह थोड़ा आश्चर्य की बात है कि यह प्रतिदिन हजारों की संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है। इनके मनोरंजन की आवश्यक्ताओं की पूर्ति के लिये ऋषभदेव राजघाट उद्यान को आम जनता के लिये सन् 1989 में खोला गया था।
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