अपने वास्तुकला के लिये प्रसिद्ध राजा नाहरसिंह पैलेस 18वीं सदी का प्राचीन महल है। इसे जाट नाहरसिंह के उत्तराधिकारियों द्वारा स्थापित किया गया था। इस सुन्दर महल का निर्माण कार्य 1850 में पूरा हुआ था।
इसे बल्लभगढ़ किला महल के नाम से भी जाना जाता है और दक्षिण दिल्ली से 15 किमी की दूरी पर स्थित है। राजा नाहरसिंह ने स्वतन्त्रता संग्राम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
महल के मण्डप और आँगन सुन्दर हैं। झुकी हुई मेहराबें और सुन्दर रूप से सजे कमरे इतिहास के पन्ने में वापस ले जाते हैं। अब यह एक विरासत सम्पत्ति है। इस महल के चारों ओर कई शहरी केन्द्र हैं। यह राजसी महल भारी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है।