फिरोजपुर नल्लाह, पहाड़ों के बीच बहती छोटी सी धारा है जिसे शिन्माहिंऊ भी कहा जाता है। इसका जन्म गुलमर्ग से ५ कि.मी दूर फिरोजपुर शिखर में होता है। इस नल्लाहे के आस पास के निवासियों के लिए यह नल्लाह पानी का मुख्या स्रोत है।
यह मान्यता है कि इस पानी में पहाड़ों के देवताओं का आशीर्वाद है। इस नल्लाहे में कई सैलानी मछली पकड़ने भी आते हैं। यह नल्लाह आगे जाकर गुलमर्ग के प्रसिद पर्यटक स्थल "वाटर्स मीट" में बहन नदी संग मिलता है। फिरोजपुर नल्लाह देखने का प्रमुख कारण है, इसके पास स्थित तौसमैदान। तौसमैदान लग भग 50 कि.मी दूर है और यह 3 दिन का ट्रैक है।