उत्तराखंड शहर में, समुद्र तल से करीबन 2620 मीटर की उंचाई पर हरसिल नाम का एक छोटा सा गाँव स्थित है। यह उत्तरकाशी से 72 किलोमीटर दूर भागीरथी नदी के तट पर बसा है।
ऐसा माना जाता है कि सतयुग में, हिन्दू समुद्र देवी भागीरथी और जालंधरी में इस बात को लेकर बहस हो गयी कि उनमें से कौन ज्यादा महत्वपूर्ण था। यह देखकर, हरि कहे जाने वाले भगवान विष्णु ने पत्थर की शिला का रूप लेकर उनके क्रोध को सोख लिया। इसलिए इस गाँव का नाम 'हरसिल' या 'हरिशिला' पड़ गया। इसके अलावा ऐसा माना जाता है कि उस समय से ही इन नदियों की उग्रता कम हो गयी।
क्या है हरसिल के आस पास
यह गाँव गंगोत्री के पास बसा है जो हिन्दू धर्म के चार प्रमुख तीर्थस्थान में से एक माना जाता है। यहाँ पर कई पर्यटन स्थल हैं जैसे गंगोत्री नेशनल पार्क जो गंतव्य से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थल हैं: मुखबा गाँव और गंगोत्री नेशनल पार्क। यहाँ पर मई 1973 में बनाये गए डिफेन्स एग्रीकल्चरल रिसर्च लेबोरेटरी को देखने भी पर्यटक आते हैं।
कैसे जाएं हरसिल
छोटा गाँव होते हुए, हरसिल का अपना रेलवे स्टेशन या एयरपोर्ट नहीं है। यहाँ से निकटतम हवाईअड्डा देहरादून का जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है। हरसिल से निकटतम रेलवे लिंक हृषिकेश रेलवे स्टेशन है।
हरसिल जाने का सबसे अच्छा समय
ज़्यादातर पर्यटक यहाँ अप्रैल से जून या सितम्बर से नवम्बर के महीनों के बीच आते हैं।