नोसा सेनहोरा को समर्पित यह चर्च सन 1600 में पुर्तगालियों द्वारा बनाया गया था। पवित्र माला के बेसिलिका के भी नाम से प्रसिद्ध, यह चर्च बंगाली इतिहास में एक बेंचमार्क है। संयोग से, इस चर्च की स्थापना वर्ष की तिथि वही है जो महारानी एलिजाबेथ द्वारा ईस्ट इंडिया कंपनी की...
इमामबाड़ा मस्जिद, भारत की सांस्कृतिक विविधता की एक कहानी बयां करता है। प्रवेश द्वार पर क्लाक टावर, एक चर्च की तरह का, चालू हालत में है तथा अच्छी तरह से संरक्षित है। मस्जिद को सन 1800 के आखिर की बनी हुई है तथा दुनिया भर से तीर्थयात्री इसको देखने के लिए आते हैं।...