पश्चिमी घाट और नोय्यल नदी के तट पर स्थित कोयंबटूर, तमिलनाडु का प्रमुख शहर है। यहां पर सूती कपड़े का उत्पादन करने वाले उद्योग और कई टेक्सटाइल उद्योग हैं इसलिए इस शहर को दक्षिण भारत का मैंचेस्टार भी कहा जाता है।
कोयंबटूर शब्दष कोवानपुथुर से लिया गया है जिसका मतलब है कोवान का नया शहर। कोयम्बटूर पूर्व नाम का अंग्रेजी संस्करण है। 2015 में कोयंबटूर को भारत में महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित शहरों में से एक बताया गया है।
एक पर्यटक के लिए क्यों हमेशा ही ख़ास रहा है तमिलनाडु का कोयंबटूर
कोयंबटूर में रहने वाले लोगों के पास वीकेंड पर घूमने के लिए कई सारे विकल्पा मौजूद हैं। अगर आप कोयंबटूर में या इसके आसपास रहते हैं तो वीकेंड पर इन 6 जगहों पर घूमने जा सकते हैं।
कुन्नूर
अगर आप साफ, ताजी और स्वहच्छ हवा में सांस लेना चाहते हैं तो कुन्नूर आपके लिए बेस्ट जगह है। इस जगह के प्राकृतिक सौंदर्य को देखकर आपका मन खुशी से भर जाएगा। कोयंबटूर से 69 किमी दूर कोयंबटूर पहुंचने में 2 से 3 घंटे का समय लग सकता है। प्रकृति प्रेमियों के लिए कुन्नूृर स्वयर्ग से कम नहीं है। कुन्नूर में लैंब रॉक, डॉल्फि्न नोज़, सिम पार्क, लॉ झरना आदि दर्शनीय स्थल देख सकते हैं।
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पलक्कड़
इसे पलघाट के नाम से भी जाना जाता है। पलक्कड़ एक शांत शहर है जिसे केरल का गेटवे भी कहा जाता है। यहां पर आप पलक्कड़ किला देख सकते हैं जोकि आपको इस शहर के इतिहास से रूबरू करवाएगा। पलक्क्ड किले को हैदर अली द्वारा 1766 ईस्वीव में में बनवाया गया था। ये केरल के संरक्षित किए गए किलों में से एक है। पलक्कड़ में मलमपुज्हा बांध, गार्डन, कलपथी मंदिर आदि जैसे दर्शनीय स्थेल देख सकते हैं। ये जगह कोयंबटूर से 53 किमी दूर है और इस दूरी को तय करने में 1.5 घंटे का समय लग सकता है।
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मैसूर
यह कर्नाटक के सबसे जनसंख्या वाले राज्यों में तीसरे नंबर पर आता है। यह शहर तकरीबन 600 साल पहले वोडायर राजवंश की राजधानी हुआ करता था। इसके बाद हैदर अली और टीपू सुल्तान का इस शहर पर कब्जाा हो गया था। सांस्कृोतिक रूप और उपलब्धियों के कारण इस शहर को कर्नाटक की सांस्कृरतिक राजधानी कहा जाता है।
यहां पर शानदार मैसूर महल देख सकते हैं और मैसूर दसारा उत्सृव का आनंद ले सकते हैं। कोयंबटूर से मैसूर 195 किमी दूर है और इस सफर को तय करने में 5 घंटे का समय लग सकता है।
मैसूर के लोकप्रिय पर्यटन स्थ ल मैसूर चिडियाघर, चामुंडी पर्वत, चामुंडेश्विरी मंदिर, करणजी झील आदि हैं।PC:Deeptrivia
ऊटी
तमिलनाडु को सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशन है ऊटी जोकि कोयंबटूर से 85 किमी दूर है। इस सफर में 3 से 4 घंटे का समय लग सकता है। इस हिल स्टेूशन को नीलगिारि की रानी भी कहा जाता है। चाय के बागान और असंख्यी नीलगिरि की पहाडियां इस जगह और भी ज्या दा खूबसूरत बनाती हैं। यहां आप टॉय ट्रेन का मज़ा भी ले सकते हैं।
ऊटी में ऊटी झील, रोज़ गार्डन, बोटानिकल गार्डन, कालहट्टी झरना आदि देख सकते हैं।PC:unknown
कोटागिरि
कोयंबटूर से 65 किमी दूर स्थित कोटागिरि एक छोटा सा शहर है। 5882 की ऊंचाई पर स्थित ये जगह एक ऑफबीट डेस्टिनेशन है। पश्चिमी घाटों की गोद में बसा कोटागिरि अपने शानदार स्थगलों जैसे एल्कश झरना, कैथरिन झरना आदि के लिए मशहूर है। कोदानंद व्यूपॉइंट से इस शहर का खूबसूरत नज़ारा देखने को मिलता है और यहां से डॉल्फिन नोज़ और कैथरिन झरना भी दिखाई देता है।
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वायानाड
खूबसूरत पहाड़ों, चाय के बागानों और मसालों से महकता वायानाड प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी उपहार से कम नहीं है। मॉनसून के दौरान वायानाड का मौसम बेहद खूबसूरत हो जाता है। केरल में स्थित वायानाड , कोयंबटूर से 240 किमी दूर है।
वायानाड में आप बानासुर बांध, वायानाड वन्यनजीव अभयारण्य, पुकूट झील आदि देख सकते हैं।वायानाड के प्राकृतिक सौंदर्य को चेंब्रा चोटि से देखा जा सकता हैं। यहां आप कुछ देर आराम भी फरमा सकते हैं।
PC:Kalidas Pavithran