मध्य काल में बौद्ध धर्म का जादू आग की तरह बिल्कुल तेज़ी से फैला। कभी-कभी किसी वजह से इसके प्रभाव में कमी तो आयी, पर यह दक्षिण पूर्व एशिया के भागों में फ़ैल कर और उजागर हो गया। अब तक भारत को ही बौद्ध धर्म की जन्मभूमि होने का श्रेय दिया जाता है। आज यह दुनिया के सबसे बड़े धर्मों में से एक है और लाखों की संख्या में इसके अनुयायी पूरी दुनिया में फैले हुए हैं। हालाँकि बौद्ध धर्म हमारे देश में एक अल्पसंख्यक धर्म है, फिर भी इसका ऐतिहासिक प्रभाव आजतक काफी मजबूत है। इसलिए इसके कई पद चिन्ह हम भारत के अलग -अलग जगहों पर देख सकते हैं।
चलिए, आज हम अब तक इसके जीवित इतिहास के साथ, ऐसी जगहों की सैर पर चलते हैं, जहाँ भगवान बुद्ध जी की प्रतिमा आज भी उसी भव्यता और शान से विराजमान हैं।
तथागत त्साल
Image Courtesy: Ram Joshi
1. सिक्किम का तथागत त्साल
भगवान बुद्धा की एक उत्कृष्ट प्रतिमा, सिक्किम के रिबॉन्ग मठ में साल 2013 में स्थापित की गई। तथागत त्साल या रवंगला का बुद्धा पार्क, सुन्दर पहाड़ के परिदृश्य के साथ 130 फ़ीट ऊँचे बुद्धा की प्रतिमा के लिए लोकप्रसिद्ध है। इसे गौतम बुद्ध की 2250 वीं जयंती को चिन्हित करने के लिए बनाया गया था।
2. बोधगया की विशाल बुद्ध प्रतिमा
बोधगया वही जगह है, जहाँ भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। यहीं पर स्थापित है भगवान बुद्धा की विशाल प्रतिमा, जो यहाँ के प्रमुख आकर्षणों में से एक है। यह राजसी व भव्य प्रतिमा बैठने की मुद्रा में स्थापित है जिनकी ऑंखें बंद हैं। ऑंखें बंद होना यह दर्शाता है कि, भगवान बुद्धा ध्यान मुद्रा में यहाँ विराजमान हैं। यह प्रतिमा यहाँ आने वाले पर्यटकों को एक अलग सुख का अनुभव कराती है और इसलिए भी यह भारत में स्थित भगवान बुद्धा की सबसे आकर्षक व अद्भुत प्रतिमाओं में से एक है।
मैत्रेय बुद्धा
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3. लिकिर मठ का मैत्रेय बुद्धा
मैत्रेय बुद्धा की गोल्डन प्रतिमा लद्दाख के सम्मोहित कर देने वाले परिदृश्य के बीचोबीच शान से चमकता है। यह सदियों पुराने लिकिर मठ के परिसर में स्थापित है। यह अत्यंत सुन्दर लिकिर गोम्पा, तिब्बती बौद्ध धर्म से सम्बंधित महत्वपूर्ण मठों में से एक है। 75 फ़ीट ऊँचे इस मैत्रेय बुद्धा की प्रतिमा को यहाँ साल 1999 में स्थापित किया गया था और तब से यह लिकिर मठ के प्रमुख आकर्षणों में से एक है।
हैदराबाद
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4. हैदराबाद में बुद्धा की प्रतिमा
आंध्र प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री, एन.टी. रामा राव, 'स्टैच्यू ऑफ़ लिबर्टी' से बहुत ज़्यादा प्रभावित हुए। जिसके बाद उनकी भी इच्छा हुई की, उस बड़े पैमाने की ही तरह एक विशाल प्रतिमा उनके राज्य का भी हिस्सा बने। जिसके बाद भारी व्यय पर बुद्ध की इस अखंड प्रतिमा का निर्माण किया गया। यह हैदराबाद में हुसैन सागर झील के द्वीप में स्थित है।
5. कुशीनगर में भगवान बुद्ध की लेटी हुई प्रतिमा
कुशीनगर, उत्तरप्रदेश में स्थित बौद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है। माना जाता है कि भगवान बुद्ध ने यहीं पर महापरिनिर्वाण (जीवन चक्र से मुक्ति या मोक्ष) की प्राप्ति की थी। यहाँ भगवान बुद्धा की लेटी हुई प्रतिमा स्थापित है, जो कुशीनगर के प्रमुख आकर्षणों में से एक है।
अधिकांश भगवान बुद्ध की प्रतिमाएं समृद्धक व दिलचस्प हैं। ये अपने पर्यटकों पर एक मनभावन प्रभाव छोड़ती हैं। शायद यही वजह है कि, हम इस तरह की अद्भुत कृतियों की एक झलक पाने के लिए हमेशा से ही उत्साहित रहते हैं।
अपने महत्वपूर्ण सुझाव व अनुभव नीचे व्यक्त करें।
Read in English: Visit These Incredible Buddha Statues in India!
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