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आनंद और रोमांच का अनुभव कराता है केरल का मलायात्तूर

मलायात्तूर केरल का एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है जो राज्य के एर्नाकुलम जिले में स्थित है। मलायात्तूर तीन अलग-अलग शब्दों के मिश्रण से बना है, जिसका अर्थ है पहाड़, नदी और स्थल।

'भगवान के अपने देश' के नाम से प्रसिद्ध केरल पर्यनट के लिहाज से एक समृद्ध राज्य है, जहां सालभर देश-विदेश से सैलानियों का आगमन लगा रहता है। कुदरत की अनमोल खूबसूरती को यहां न सिर्फ देखा जा सकता है, बल्कि महसूस भी किया जा सकता है। दक्षिण भारत का केरल राज्य प्राकृतिक रूप से काफी खास माना जाता है, एक शानदार अवकाश के लिए आप यहां का प्लान किसी भी समय बना सकते हैं। यहां हिल स्टेशन से लेकर बैकवाटर, जलप्रपात, चाय के बागान, समुद्री तट आदि सब मौजूद हैं। अपनी व्यस्त जिंदगी पर थोड़ा विराम लगाकार आप यहां के खास पर्यटन स्थलों का भ्रमण कर सकते हैं। यहां के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों से अलग अगर आप कुछ ऑफबीट जगह पर जाना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए काफी कारगर सिद्ध होगा। इस लेख में हमारे साथ जानिए केरल के खूबसूरत मलायात्तूर के बारे में, जानिए यह आपको किस प्रकार आनंदित कर सकता है।

केरल का मलायात्तूर

केरल का मलायात्तूर

PC-Dilshad Roshan

मलायात्तूर केरल का एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है जो राज्य के एर्नाकुलम जिले में स्थित है। मलायात्तूर तीन अलग-अलग शब्दों के मिश्रण से बना है, जिसका अर्थ है पहाड़, नदी और स्थल। माना जाता है कि मलायात्तूर पहाड़ नदी और जमीन का संगम स्थल है। पर्यटन के लिहाज से यह काफी काफी खास माना जाता है, एक प्रकृति प्रेमी से लेकर रोमांच के शौकीनों के लिए यह स्थल काफी ज्यादा मायने रखता है। यहां मौजूद नदी घाटी, झरने और वन्यजीवन इस स्थल को खास बनाने का काम करते हैं। इसके अलावा यह एक ईसाइयों का एक पवित्र धार्मिक स्थल भी है। स्थानीय लोगों को मानना है कि यहां कई शताब्दियों पहले सेंट थॉमस का आगमन हुआ था। आप यहां कई पुराने गिरजाघरों को देख सकते हैं। यहां की सबसे प्रसिद्ध चर्च सेंट थॉमस सायरो मालाबार कैथोलिक चर्च है, जहां हर साल हजारों की तादाद में पर्यटकों का आगमन होता है। प्रकृति की अनंत खूबसूरती के मध्य आप यहां आध्यात्मिक अनुभव के लिए आ सकते हैं।

आने का सही समय

आने का सही समय

PC-Ssussam

मलायात्तूर की जलवायु वर्षभर सामान्य बनी रहती है, इसलिए यहां की यात्रा किसी भी समय की जा सकती है। हालांकि अगर आप ग्रीष्मकाल के दौरान यात्रा नहीं करना चाहते तो यहां सितंबर ले लेकर फरवरी के मध्य आ सकते हैं, इस दौरान यहां का मौसम अनुकूल और खुशनुमा बना रहता है। अगर आप चाहें तो यहा मॉनसून के दौरान भी यहां आ सकते हैं। इस दौरान यहां की प्राकृतिक खूबसूरती देखने लायक होती है।

क्यों आएं मलायात्तूर ?

क्यों आएं मलायात्तूर ?

PC-Civildigital

मलायात्तूर की यात्रा आपके लिए कई मायनों में खास हो सकती है। यह स्थल उन पर्यटकों के लिए ज्यादा खास माना जाता है कि जो अपनी कामकाजी दिनचर्या के बाहर निकल सुकून के पल प्रकृति के करीब जाकर बिताना चाहते हैं। एक प्रकृति प्रेमी के लिए यह स्थल किसी जन्नत से कम नहीं। यहां का चारो तरफ फैली हरियाली अपार मानसिक और आत्मिक शांति का अनुभव कराती है। मलायात्तूर हिल्स से आप कुदरत के अद्भुत नजारों का आनंद ले सकते हैं। यहां से हरे-भरे पहाड़ों को देखना अपने आप में ही काफी रोमांचक है। आध्यात्मिक शांति के लिए आप यहां के मौजूद ईसाइयों में जा सकते हैं। सेंट थॉमस और मैरी इमाकूलेट यहां की प्रसिद्ध चर्च हैं। पहाड़ियों पर बनी यहां की चर्च अपनी आकर्षण वास्तुकला के लिए भी जानी जाती हैं।

कैसे करें प्रवेश

कैसे करें प्रवेश

PC-Dilshad Roshan

मलायात्तूर केरल के एर्नाकुलम में स्थित है, जहां आप परिवहन के तीनों साधनों की मदद से पहुंच सकते हैं। यहां का निकटवर्ती हवाईअड्डा कोच्चि एयरपोर्ट है। रेल मार्ग के लिए आप अलुवा रेलवे स्टेशन का सहारा ले सकते हैं। अगर आप चाहें तो यहां सड़क मार्गों की मदद से भी यहां पहुंच सकते हैं, बेहतर सड़क मार्गों से मलायात्तूर राज्य के छोटे-बड़े शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।

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