हर साल 27 सितम्बर यानी आज के दिन विश्व पर्यटन दिवस (वर्ल्ड टूरिज्म डे) विश्व भर में मनाया जाता है। इस दौरान पर्यटन और मनोरंजन से जुड़े कई कार्यक्रमों विभिन्न देशों द्वारा आयोजित किए जाते है। माना जाता है कि पर्यटन को बढ़ावा देने की यह शानदार पहल 1980 में शुरु की गई थी, और तब से आज तक इसे एक खास दिवस के तौर पर प्रति वर्ष मनाया जाता है। विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) द्वारा इस टूरिज्म डे की खास थीम ''टूरिज्म एंड ग्लोबल ट्रांसफॉर्मेशन'' रखी गई है।
अगर आप भी इस दिन को यादगार बनाने चाहते हैं तो किसी खूबसूरत स्थल की सैर का प्लान जरूर बनाएं। वर्ल्ड टूरिज्म डे के इस खास मौके पर हमारे साथ जानिए तेलंगाना के कुछ प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थलों के बारे में, जिनका प्लान आप इस दौरान बना सकते हैं। जानिए ये स्थल आपको किस प्रकार आनंदित कर सकते हैं।
चार मीनार
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तेलंगाना की ऐतिहासिक धरोहरों में आप विश्व प्रसिद्ध चारमीनार को देखने का प्लान बना सकते हैं। यह एक प्राचीन स्मारक है, जो हैदराबाद शहर का प्रतिनिधित्व करती है। इस एक मात्र मीनार को देखने के लिए पूरे विश्व भर से पर्यटकों का आवागमन लगा रहता है। इस ऐतिहासिक मीनार का निर्माण कुतुब शाही राजवंश के पांचवें शासक ने 1591 में करवाया था। चार मीनार का निर्माण इस्लामिक वास्तुकला शैली में किया गया है, जो देखने में काफी आकर्षक लगती है। इस स्मारक के आसपास ढेर सारी दुकाने हैं, जहां आप शॉपिंग का आनंद भी ले सकते हैं।
मक्का मस्जिद
चार मीनार के अलावा आप यहां की प्राचीन मक्का मस्जिद की सैर का प्लान बना सकते हैं। हैदराबाद में मौजूद इस आकर्षक मस्जिद का निर्माण 1694 में किया गया था। यह एक विशाल मस्जिद है, जहां एक बार में 10,000 लोग आराम से नवाज अदा कर सकते हैं। यह भारत में इस्लामी संरचना का एक शानदार उदाहरण है। इस मस्जिद को भारत की हरिटेज साइट्स में सूचीबद्ध किया गया है। इतिहास और कला में दिलचस्पी रखने वाले यहां आ सकते हैं।
गोलकुंडा फोर्ट
चार मीनार और मक्का मस्जिद के अलावा आप तेलंगाना स्थित विश्व प्रसिद्ध गोलकुंडा फोर्ट को देख सकते हैं। यह स्थल 1518 से 1687 के दौरान मध्ययुगीन गोलकोंडा सल्तनत की राजधानी था। इस किले कई बार बाहरी शक्तियों का दंश झेल चुका है, लेकिन इसकी मजबूत दीवारों ने इसे अबतक बचा कर रखा हआ है। वर्तमान में इस किले आप खंडहर रूप में ही देख सकते हैं, हालाकि बहुत से भाग इसके अबतक सुरक्षित हैं। यह विशेष क्षेत्र हीरे के खानों के लिए भी जाना जाता था। विश्व प्रसिद्ध बेशकीमती कोहिनूर भी गोलकुंडा की खान से ही निकाला गया था।
किंग कोठी पैलेस
तेलंगाना की ऐतिहासिक संरचनाओं में आप प्रसिद्ध किंग कोठी पैलेस की सैर का प्लान बना सकते हैं। किंग कोठी पैलेस, हैदराबाद के आखरी निजाम उस्मान अली खान का शाही महल था। यह महल शहर के हैदरगुगा नामक क्षेत्र में स्थित है। यह महल आकर्षक वास्तुकला शैली के द्वारा निर्मित है, जो पर्यटकों को काफी ज्यादा प्रभावित करता है। इतिहास की बेहतर समझ के लिए आप यहां की यात्रा कर सकते हैं। हैदराबाद एयरपोर्ट से यहां आसनी से पहुंच जा सकता है।
पुरानी हवेली
राज्य की ऐतिहासिक संरचनाओं में आप पुरानी हवेली को देख सकते हैं, जो हैदराबाद शहर से कुछ कि.मी की दूरी पर स्थित पत्थर गट्टी नामक स्थल में मौजूद है। पुरानी हवेली हैदराबाद के आखरी निजाम का आधिकारिक निवास स्थान था, जिसे हवेली खादिम के नाम से भी संबोधित किया जाता है। इस प्राचीन संरचना का निर्माण अली खान बहादूर ने अपने बेटे सिकंदर जहां के लिए करवाया था। यहां का निजाज संग्रहालय भी मौजूद है, जहां ओस्मान अली खान को उनकी रजत जयंती सालगिरह पर दिए गए तोहफों को रखा गया है। इतिहास की बेहतर समझ के लिए आप यहां आ सकते हैं।
तारामती बारादारी
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तेलंगाना की प्राचीन संरचनाओं में आप तारामती बारादारी की सैर का प्लान बना सकते हैं। यह प्राचीन स्मारक हैदराबाद मंडल के अंतर्गत इब्राहिम उद्यान में बनी हुई है। तारामती बारादारी को 880 ईस्वी में प्रिंस इब्राहिम कुली कुतुब शाह ने बनवाया था। यह एक खूबसूरत संरचना है, जिसका निर्माण फारसी शैली में किया गया था। पर्यटन के लिहाज से यह स्थल काफी ज्यादा मायने रखता है। इतिहास की बेहतर समझ के लिए आप यहां आ सकते हैं।