इंदौर, मध्यप्रदेश के मालवा के पठार पर स्थित है जहां पर्यटक खुशी से सैर के लिए जाते है। यह मानव - निर्मित आकर्षण भूमि है, इंदौर को मध्यप्रदेश का दिल कहा जाता है। इंदौर पर्यटन आपको एक ऐसे खूबसूरत शहर की सैर पर ले जाता है जहां चमचमाती नदियां, शांत झीलें और बुलंद पठार मनोरम दृश्य प्रस्तुत करते है।
यहां की अद्भूत प्राकृतिक सौंदर्य वाली भूमि, इंदौर की सुंदर वास्तुकला और महिमा को बखूबी दर्शाती है। इस शहर में दो नदियों, खान और सरस्वती के संगम की बात कही जाती है। इंदौर में प्राकृतिक वंडर्स के बीच एक सुंदर संतुलन है जो अतीत और वर्तमान का खूबसूरत मिश्रण है। पर्यटन की दृष्टि से इंदौर में संरचनात्मक, सांस्कृतिक और सामाजिक जीवन में जीवंतता देखने का मिलती है।
इंदौर में समय व्यतीत करने वाले स्थलों पर तिरछी नज़र
इंदौर, मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा शहर है और यहां का इतिहास बेहद समृद है जिसे सुंदरता से संरक्षित रखा गया है। इस शहर में 18 वीं सदी में बना एक मंदिर है जो भगवान इंद्रेश्वर को समर्पित है। इंदौर शहर का नाम इसी मंदिर के देवता के नाम पर रखा गया है। इस शहर की खोज राव नंदलाल चौधरी ने की थी। यह शहर कई महान राजवंशों और शासकों के नियमों का गवाह रहा है। लेकिन इतिहास में पन्नों में होलकर वंश के शासकों ने इंदौर को एक अलग पहचान दी है।
इंदौर और उसके आसपास के क्षेत्रों में स्थित पर्यटन स्थल
इंदौर में पर्यटकों के लिए, सौंदर्य महलों, शानदार स्मारकों और मनमोहक धार्मिक स्थलों का संगम है। इन सभी स्थलों का सुंदर विलय इंदौर में देखने का मिलता है। इस तरह के सभी पर्यटन स्थलों में इंदौर, भारत के सर्वाधिक लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से गिना जाता है।
जब आप इंदौर की सैर पर जाएंगे तो वहां आप रजवाड़ा, एक शानदार महल, कांच का मंदिर, एक तेजस्वी ग्लास मंदिर, बीजासेन टेकरी जहां से शहर की शानदार झलक देखने को मिलती है, लालबाग पैलेस जो होलकर शासकों के महान रहन - सहन और रखरखाव को दर्शाता है, पाटलपानी झरना जो एक प्राकृतिक आश्चर्य है, मेघदूत उपवन जो अद्वितीय सौंदर्य से भरा उद्यान है, और गांधी हॉल जो शहर में मील के पत्थर के नाम से जाना जाता है, को देख और घूम सकेंगे।
इसके अलावा, इंदौर में गीता भवन भी बना हुआ है जहां इंदौर और उसके आसपास के क्षेत्रों के हर धर्म के लोग प्रार्थना की करने आते है। यहां स्थित इंदौर संग्रहालय, शहर की विरासत और संस्कृति की रक्षक है जहां इतिहास से जुड़े कई दस्तावेज संभालकर रखे गए है। इंदौर में अन्य प्रमुख आकर्षण भी है जहां पर्यटक भ्रमण कर सकते है।
खुशहाली से भरा अतीत और वर्तमान
इंदौर एक ऐसा स्थान है जहां स्मारकों और स्थलों की सुंदरता, शहर को खास बना देती है। यहां काफी पुराने स्मारक भी स्थित है जो कि दो सदी पुराने भी है। यहां का रजवाड़ा इस आधुनिक युग में भी भव्यता से इतिहास की गवाही देता खड़ा हुआ है।
आज भी इंदौर के स्मारकों में फ्रेंच, मुगल और मराठा वास्तुकला की अनन्य सुंदरता देखने को मिलती है जो पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है। यहां के सुंदर आकर्षण ने न केवल अतीत को संजोकर रखा हुआ है बल्कि इंदौर के इतिहास और सुंदरता को आज भी यहां आने वाले पर्यटकों के लिए जिंदा रखा है ताकि वह जान सकें कि इंदौर क्या था और आज क्या है, उसे कितने सलीके से रखा गया है। शहर का रखरखाव वाकई में दिल जीत लेता है।
शिल्प कौशल की एक आकर्षक भूमि
इंदौर, यहां की जीवंत, रंगीन कला और शिल्प उद्योग के लिए प्रसिद्ध है। यहां के उद्योग, खुद में परंपरागत कौशल, स्थाई शिल्प कौशल और बरसों से की जाने वाली शिल्प कौशल का प्रदर्शन भी करते है। इंदौर के विभिन्न संपन्न पारंपरिक शिल्प उद्योगों में हाथ ब्लॉक छपाई, टाई एंड डाई या बंधेज, बाटिक, जूट उद्योग और जरी का काम किया जाता है। यह सभी काम बड़े स्तर पर होते है।
इंदौर की सैर पर
इंदौर का लोकप्रिय पर्यटन स्थल होने का एक कारण यह भी है कि यहां यातायात के सभी साधन बेहद आसानी से उपलब्ध है यहां किफायती आवास भी है जो बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के साथ - साथ आरामदायक भी होते है। इंदौर में कई होटल और रेस्टरूम है जिनकी गुणवत्ता उत्कृष्ट है।
इंदौर कैसे पहुंचें
इंदौर शहर एयर, रेल और सड़क मार्ग के द्वारा भली - भांति जुड़ा हुआ है। राज्य सरकार द्वारा भी इंदौर के लिए कई डीलक्स बसें चलाई जाती है।
इंदौर की सैर का सबसे अच्छा समय
इंदौर की सैर का सबसे अच्छा समय सर्दियों के दौरान होता है, सर्दियों में यहां वातावरण अच्छा और सुखद होता है।