मालदा पर्यटन - आम का शहर
दाजर्लिंग और सिलीगुड़ी जैसे प्रमुख शहरों के पास स्थित मालदा शहर पश्चिम बंगाल के उत्तर में स्थित है। इसे स्थानीय लोग इंग्लिश बाजार या इंग्रेज बाजार भी कहते हैं। इसके अलावा यह......
कूचबिहार पर्यटन - कूचबेहार के लोकाचार
कूचबिहार, पश्चिम बंगाल के उत्तरी क्षेत्रों में सबसे योजनाबद्ध बनाएं गए शहरों में से एक है जहां वर्ग और विरासत को महत्वता दी जाती है। पुराने दिनों में, इस शहर को बिहार......
बिन्दु पर्यटन - सच में एक बाह्य प्रवेशद्वार
बिन्दु, भारतीय राष्ट्र का आखिरी गांव है, तथा भारत-भूटान सीमा के करीब स्थित है। इस स्थान के बारे में सब कुछ अद्भुत है। जैसे ही आप इस गांव के निकट जाते हैं, इसके आसपास की मरोरम......
दार्जिलिंग - भारत में चाय का स्वर्ग
भारतीय फिल्मों में तो आपने दार्जिलिंग को कई बार देखा होगा। हॉलीवुड की भी एक फिल्म में विश्व प्रसिद्ध दार्जिलिंग हिमालियन रेलवे को दिखाया गया है। यह एक छोटी रेलवे सेवा जो पर्वतों......
मोंगपोंग पर्यटन – दोआर का प्रवेशद्वार
सिलीगुड़ी से केवल आधे घंटे का सफर आपको दोआर के प्रवेशद्वार मोंगपोंग तक ले जाएगा, यह तीस्ता नदी के तट पर स्थित बंगाल का एक छोटा सा गांव है। यहां की तीस्ता नदी की घाटी और महानंदा......
झलोंग पर्यटन - प्राकृतिक सौंदर्य का भंडार
झलोंग शहर कैलोमपोंग के रास्ते पर जलढाका नदी के किनारे स्थित है। यह हिमालय पर्वत के बिल्कुल नीचे है जहाँ से इस महान पर्वतमाला की वास्तविक सुंदरता दिखाई देती है।झलोंग के......
सिलीगुड़ी पर्यटन – कोहरे से ढके पहाड़ों की भूमि
लंबे समय से सिलीगुड़ी को भारत के पश्चिम बंगाल राज्य की महत्वपूर्ण ख्याति के एक पर्यटन स्थल के रूप में जाना गया है और पिछले कुछ वर्षों में एक आत्म निरंतर नगरी के रुप में विकसित......
लावा पर्यटन - खूबसूरत पुरवा
लावा एक गाँव से ज्यादा एक पुरवा है जो पश्चिम बंगाल राज्य में के उत्तर में स्थित है। पर्यटक जो हिमालय की तलहटी से थोडा और साहसी काम करना चाहते है वोह लगभग 7000 फुट तक जा सकते......
पेलिंग - जहां की रिच है सभ्यता और संस्कृति
पेलिंग शहर समुद्र सतह से 2150 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। बर्फ़ से ढंके हुए पहाड़ और पहाड़ों की चोटियों से दिखने वाले मनोरम दृश्य तथा साथ ही साथ पेलिंग का समृद्ध इतिहास और संस्कृति......
साहेबगंज पर्यटन - एक प्राकृतिक शहर
झारखंड राज्य का शासनिक मुख्यालय होने के साथ साथ साहेबगंज राज्य का एक महत्वपूर्ण जिला भी है। इतिहास में दर्ज है की 17 मई 1983 को साहेबगंज राजमहल और पाकुर, संथाल परगना जिले के उप......
मुरती पर्यटन: जंगलों में बिताएं राहत के पल
इस जगह का नाम मुरती नामक एक नदी पर पड़ा है, जो कलिंपोंग हिल्स के नीचे बहती है। मुरती एक ऐसा स्थान है जहां आप घने जंगलों और वन्यजीवों के बीच बंग्लो किराए पर ले सकते हैं। मुरती......
चलसा पर्यटन - हिमालय के बीच बसा एक सुंदर क़स्बा
पश्चिम बंगाल में स्थित चलसा हिमालय की तलहटी में बसा एक सुन्दर क़स्बा है। यह सिलीगुड़ी जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के पास है इसके अलावा यहाँ चाय के बागान, बड़े जंगल और अनेक सुन्दर......
कलिम्पोंग पर्यटन - एक पहाड़ी सैर के लिए
बर्फ से ढकी चोटियों वाला यह स्थान, भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में एक सुंदर से हिल स्टेशन पर क्षितिज पर स्थित है। कलिम्पोंग पर्यटन का सबसे बड़ा तथ्य यह है......
पश्चिमी गारो हिल्स पर्यटन - मेघालय की इकोलोजिकल विविधता का प्रदर्शन
पश्चिमी गारो हिल्स मेघालय का दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला जि़ला है जिसका जि़ला मुख्यालय तुरा है जो राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर है।लगभग पूरा पश्चिमी गारो हिल्स जि़ला एक पहाड़ी......
बागडोगरा पर्यटन - हरे - भरे चाय बागानों के बीच स्थित जगह
यह शहर पश्चिम बंगाल के उत्तर में बसे शहरों में से एक है जहां पर्यटकों को आना खासा पसंद है। इस स्थल पर जहां एक ओर चाय के हरे - भरे बागान है वहीं दूसरी ओर बर्फ से ढ़की......
गंगटोक पर्यटन- सिक्किम की धड़कन
गंगटोक का शहर सिक्किम राज्य में सबसे बड़ा शहर है। पूर्वी हिमालय रेंज में शिवालिक पहाड़ियों के ऊपर 1437 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गंगटोक सिक्किम जाने वाले पर्यटकों के बीच एक प्रमुख......