यह मंदिर डोगरा समुदाय का है। मंदिर का नाम एक महिला स्वतंत्रासेनानी महामाया के नाम पर रखा गया है। यह मंदिर 14 वीं सदी में बनाया गया है। महामाया ने आजादी के लिए संघर्ष किया था। मंदिर के पास में बहु किला स्थित है।
तवी नदी के तट पर स्थित रानी चरक महल को 150 साल पहले मुबारक मंडी परिसर में लाल ईटों और मोर्टार के साथ बनाया गया था।
मुबारक मंडी काम्पलेक्स में यह संग्रहालय स्थित है। इस संग्रहालय में 800 रेयर आर्टिकल्स और पेंटिग्स है जो कई स्कुलों की है। यहां का मुख्य आकर्षण तीर और कमान, सोने की पेंटग्सि जो मुगल काल की है। यहां पर कई हस्तलिखित शिलालेख भी रखे...
अमर महल को 1890 में डोगरा शासक राजा अमर द्वारा बनवाया गया था। किले की डिजायन को फ्रांसीसी वास्तुकार ने तराशा था। राजा अमर का पूरा परिवार इसी महल में निवास करता था, वर्तमान समय में पुराने काल की कई अनोखी और बहुमूल्य वस्तुएं यहां देखने को मिलती है। इस महल...
इस मंदिर को जम्मू के राजा गंलाब सिंह ने बनवाया था। यह मंदिर मुबारक मंडी के पास स्थित है। यह मंदिर शहर में यहां के वास्तुकला के कारण प्रसिद्ध है। यहां भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी की मूर्ति स्थापित है।
शिव खोरी को देवताओं के घर के रूप में भी जाना जाता है । इस जगह का शुमार जम्मू के अन्य प्रमुख गुफा तीर्थों में होता है क्यूंकि यहाँ पर अपने आप ही एक शिवलिंग की उत्पत्ति हुई थी । यहाँ स्थित शिवलिंग 150 मीटर ऊंचा है। ये जगह विनाश के देव शिव के भक्तों...
यह झील मानसरोवर यात्रा के लिए पवित्र मानी जाती है जिसे शुद्धता और साधना का प्रतिविम्व भी माना जाता है। यह झील कई मील में फैली हुई है। यहां एक मंदिर भी बना हुआ है जो हिंदूओं के भगवान शेषनाग को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि यदि नवविवाहित जोड़े इस मंदिर में...
यह सेंचुरी जम्मू से 28 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह नाम यहां स्थित एक गांव के नाम नंदिनी पर रखा है। यह सेंचुरी कुल 34 वर्ग किमी. के क्षेत्र में फैली हुई है। यहा कई प्रकार के जानवर और पशुपक्षी है। साथ ही साथ यहां कई पेड़-पौधे है जो यहां आने वाले पर्यटकों को...
यह ऐतिहासिक किला जम्मू से 32 किमी. की दूरी पर स्थित है जिसे 19 वीं सदी में बनवाया गया था। यह किला चेनाव नदी के तट पर स्थित है। पुरातत्वविदों के अनुसार, यह किला कई काल पहले हडप्पा संस्कृति में बना हुआ है जो बाद में नष्ट हो गया था।
रघुनाथ मंदिर का निर्माण 1857 में महाराजा रणवीर सिंह और उनके पिता महाराजा गुलाब सिंह द्वारा करवाया गया था। इस मंदिर में 7 ऐतिहासिक धार्मिक स्थल मौजूद है। मंदिर के आन्तरिक हिस्सों में सोना लगा हुआ है जो तेज का स्वरूप है। मंदिर में कई देवी और...
रघुनाथ बाजार, जम्मू का सबसे व्यस्त मार्केट है। यहां मेवा सबसे ज्यादा बिकती है। राज्य के हस्तशिल्प वस्तुओं को भी खरीदा जा सकता है। यहां की बर्फी भारत की सबसे स्वादिष्ट बर्फी है।
आप शम्भू मंदिर जम्मू स्थित रूपनगर में स्थित है । इस मंदिर की गिनती जम्मू के सबसे पुराने मंदिरों में होती है। खुद से बना लिंगम जो भगवान शिव का प्रतीक है यहाँ का मुख्य आकर्षण है । यहाँ के लोकगीतों से पता चलता है की पहले यहां जंगल था और यहाँ चरने...
यह झील जम्मू में स्थित झीलों में से सबसे सुंदर झील है जो चारो तरफ पहाड़ से घिरा हुआ है। गर्मियों के दौरान पर्यटक आना काफी पंसद करते है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, सूनीसार झील महाभारत के वीर योद्धा अर्जुन से जुड़ी हुई है। कहा जाता है कि अर्जुन ने अपने तीर...
मुबारक मंडी पैलेस, पूर्ववर्ती डोगरा राजाओं के शाही निवास के रूप में पर्यटकों के बीच प्रसिद्ध है। महल का गुलाबी हॉल पर्यटकों के बीच खासा प्रसिद्ध है। महल में मुगल और भारतीय राजस्थानी स्थापत्य कला का अद्वितीय संयोजन देखने को मिलता है। यह महल तवी नदी...
यह मंदिर हिंदू धर्म के भगवान शिव को समर्पित है जिसे 1833 में महाराजा रनवीर ने बनवाया था। इस मंदिर में दो हॉल है जिसमें भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय और गणेश जी की मूर्ति स्थापित है। मंदिर में 7.5 ऊंची शिवलिंग है जो 12 क्रिस्टल में है और हर...