बागरा अपने जल प्रपातों के लिए प्रसिद्ध है। जयपुर से 6 किमी. की दूरी पर स्थित खोंदागुडा से लगभग 3 किमी. का कच्चा रास्ता तय करके आप बागरा पहुँच सकते हैं। यहाँ तीन जल प्रपात हैं जो लगभग 30 मीटर की ऊंचाई से कोलाब नदी में गिरते हैं।
यहाँ पर्यटकों के लिए एक रेस्ट...
मालिगुरा या “मालियों का गाँव” स्थानीय जनजाति जिन्हें माली कहा जाता है, का घर है। यह जयपुर से 14 किमी. की दूरी पर स्थित है। इनकी संस्कृति और जीवनशैली उड़ीसा की अन्य जनजातियों से बिलकुल अलग है। ये “माली” जनजाति अपनी हस्तकला के लिए जानी जाती...
कोलाब अपने सरोवर के कारण जयपुर के प्रमुख आकर्षणों में से एक है। यह समुद्र सतह से लगभग 3000 फीट की ऊंचाई पर स्थित मुक्त रूप से बहने वाली कोलाब नदी पर स्थित है। यह जयपुर से केवल 5 किमी. की दूरी पर स्थित है। इस जलाशय से जल विद्युत् का निर्माण किया जाता है। जल...
देओमाली समुद्र सतह से 1,672 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है तथा यह उड़ीसा और पूर्वी घाटों की सबसे ऊँची चोटी है। यह जयपुर से 50 किमी. की दूरी पर स्थित है। छोटी नदियों, गहरी घाटियों, घने जंगलों के बीच घास के मैदानों से अलंकृत यह स्थान में वनस्पति और जीवों से समृद्ध...
शक्ति वॉटरफॉल्स को “S” वॉटरफॉल्स भी कहा जाता है क्योंकि इसका आकार अंग्रेज़ी के एस अक्षर जैसा है। यहाँ पहाड़ियों से लगभग 20 मीटर की ऊंचाई से पानी गिरता है। यह स्थान घने जंगलों और पहाड़ियों से घिरा हुआ है जिसका उपयोग अक्सर कैम्पिंग के लिए मैदान के रूप में...
दुदुमा प्रपात जो “मत्स्य तीर्थ” के नाम से भी जाना जाता है जयपुर का प्रमुख खोजा गया पर्यटन स्थल है। 70 किमी. की दूरी पर स्थित दुदुमा प्रपात मछाकुंड नदी से प्रारंभ होता है तथा यह दक्षिण भारत का सबसे ऊंचा प्रपात है जिसकी ऊंचाई 157 मीटर है।
यहाँ...
मिन्ना झोला तीन नदियों के संगम पर स्थित है जो आराम करने तथा तरोताजा होने के लिए उपयुक्त स्थान है। मिन्ना झोला में एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है जहाँ शिवरात्रि के समय बहुत बड़ी संख्या में लोग आते हैं। यह त्योहार बहुत उत्साह और उलास के साथ मनाया जाता है। स्थानीय महिलायें...
जयपुर पार्क जयपुर शहर के मध्य में स्थित एक झील के पास स्थित है। इस झील को जगन्नाथ सागर झील कहा जाता है। यह पार्क जयपुर का सबसे अधिक लोकप्रिय पर्यटन गंतव्य है। इस पार्क में प्रवेश शुल्क 5 रूपये है।
पर्यटक इस झील में बोटिंग करके यहाँ का आनंद उठा सकते हैं।...
सुनाबेदा में एच ए एल (हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड़) का इंजन विभाग स्थित है। यह जयपुर से 40 किमी. की दूरी पर स्थित है तथा यहाँ हरी भरी घाटियाँ हैं। इसके अलावा यहाँ वन्य जीवन अभ्यारण्य भी है जहाँ चीता, तेंदुआ, बार्किंग डियर, सियार, स्लोथ बियर, गौर, सांबर, चीतल,...
किसी समय में नंदापुर जयपुर की राजधानी था। सेमिलिगुडा से लगभग 14 किमी. की दूरी पर तथा पतंगी से 50 किमी. की दूरी पर स्थित यह स्थान ऐतिहासिक महत्व का स्थान है। खुदाई के दौरान इस स्थान से कुछ प्राचीन वस्तुएं मिली जो जैन धर्म और शक संस्कृति की उपस्थिति दर्शाती है।...
कोरापुट उड़ीसा के महत्वपूर्ण शहरों में से एक है तथा यह जयपुर से 22 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह स्थान अपनी प्राकृतिक सुंदरता, वन्यजीवन और जनजातीय लोगों के लिए प्रसिद्ध है जो कोरापुट के इन घने जंगलों में बसते हैं। जनजातीय लोगों को “आदिवासी” या...
गुप्तेश्वर गुफा जयपुर से 60 किमी. की दूरी पर घने जंगलों के बीच स्थित है तथा इसके एक ओर कोलाब नदी है। गफा के अंदर एक पवित्र लिंग है जिसे गुप्तेश्वर कहा जाता है। गुप्तेश्वर का अर्थ है “छिपा हुआ देवता” और छत्तीसगढ़ में इसे “गुप्त केदार” के नाम...