जयपुर को सामान्यत: “सिटी ऑफ विक्ट्री” (जीत का शहर) के नाम से जाना जाता है तथा यह दक्षिणी उड़ीसा (ओड़िशा) का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। यह कोरापुट जिले में स्थित है। यहाँ प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक सुंदरता जैसे घने हरे जंगल, गड़गड़ाहट की आवाज़ वाले झरने, घास के मैदान और हरी भरी घाटियाँ हैं।
यहाँ उड़ीसा का सबसे उत्तम लोक समुदाय देखने मिलता है तथा यहाँ की जनसंख्या भी सबसे अधिक है। यह पूर्वी घाटों से घिरा हुआ है जबकि इसके तीन ओर अरकू पहाड़ियां हैं। यह अंग्रेज़ी के U (यू) अक्षर के समान लगता है जो इसे सभी प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग बनाता है।
जयपुर में तथा इसके आसपास पर्यटन स्थल
जयपुर में बहुत बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं जो यहाँ के शानदार जलप्रपातों जैसे शक्ति, बागरा और दुदुमा को देखने यहाँ आते हैं। देओमाली का भव्य पर्वत, सुनाबेदा की हरी भरी घाटियाँ और वन्य जीवन, कोलाब नदी और कोरापुट का सुंदर शहर जयपुर के कुछ प्राकृतिक आकर्षणों में से एक है।
मालिगुरा की ब्रॉड गेज टनल, नंदापुर में स्थित बतरिसा सिंहासन, जयपुर पार्क और मिन्ना झोला का छोटा शहर जयपुर पर्यटन का एक महत्वपूर्ण भाग हैं। इसके अलावा जयपुर में बहुत से प्राचीन स्थान और किले हैं जो जयपुर में पर्यटन को बढ़ावा देते हैं।
जयपुर कैसे पहुंचे
जयपुर का निकटतम हवाई अड्डा विशाखापट्टनम है जो 237 किमी. की दूरी पर स्थित है। पर्यटक ट्रेन या बस द्वारा जयपुर पहुँच सकते हैं और रास्ते में अरकू पहाड़ियों के सुंदर दृश्य का आनंद उठा सकते हैं।
जयपुर की यात्रा के लिए उचित समय
जयपुर की सैर के लिए ठंड का मौसम उत्तम होता है।