डिगबोई पर्यटन – असम के तेल शहर की भेंट
डिगबोई विश्व के सबसे पुराने तेल शोधन कारखाने के लिये जाना जाता है जो अभी भी कार्यरत है। यह तेल शोधन कारखाना इस शहर के लिये वर्ष 1899 से गर्व का विषय रहा है। डिगबोई शब्द अंग्रेजी......
सेनापति - प्रकृति में खो जाने का स्थान
सेनापति, मणिपुर राज्य के नौ जिलों में से एक है और यदि आप एक एक प्रकृति प्रेमी हैं तो आपके लिए यह यात्रा करने लायक सबसे अच्छा स्थल है। सेनापति इस जिले के एक शहर का......
वोखा - लोथाओं की भूमि
वोखा राज्य के दक्षिणी हिस्से में जिला मुख्यालय और एक शहर है। यहाँ नगालैंड में सबसे बड़े जनजातियों लोथाओं का निवास है। अपने इतिहास के अधिकांश हिस्से में देखें तो, यह जगह......
ईटानगर – ऑर्किड राजधानी में आदिवासी चटकीले रंगों का एहसास
अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर हिमालय की तलहटी में स्थित है। यह पापुमपरे जिले के प्रशासनिक अधिकार क्षेत्र में आता है और 20 अप्रैल 1974 से राजधानी के रूप में रहा है। यह भारत के......
उखरुल पर्यटन - विदेशी शिरुई लिली की भूमि
यदि आपको हरियाली सदा ही आकर्षित करती है तो आपको उखरुल ज़रूर आना चाहिए। उखरुल जि़ले का जि़ला मुख्यालय मणिपुर में है। उखरुल करामाती, सुंदर और अद्भुत है। भीड़भाड़, कारों के शोर,......
अलोंग - खूबसूरत घाटियों का शहर
पश्चिमी सियांग जिले के पहाड़ों के बीच स्थित अलोंग एक खूबसूरत सा कस्बा है, जो छोट-छोटे गांवों से मिलकर बना है। यह कस्बा असम और अरुणाचल प्रदेश की सीमा के पास सियांग नदी की दो......
बोमडिला पर्यटन- एक खू़बसूरत आनंद
समुद्र तल से 8000 फीट की ऊँचाई पर स्थित एक छोटा सा शहर बोमडिला अरुणाचल प्रदेश के सबसे अधिक मनोरम स्थानों में से एक है। विशाल पूर्वी हिमालय पर्वतमाला के प्राकृतिक परिवेश के बीच......
पासीघाट - अरुणाचल प्रदेश का सबसे पुराना शहर
पासीघाट, जिसे अरुणाचल प्रदेश का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है, इस राज्य का सबसे पुराना शहर है। पासीघाट को 1911 में, अंग्रेजों ने स्थापित किया था, जो आज पूर्वी सियांग जिले के......
तेजपुर – ऐतिहासिक दृष्टि से समृद्ध, सांस्कृतिक दृष्टि से रंगीन (सजीव)
तेजपुर एक सुन्दर शहर है जो ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी किनारे पर स्थित है। यह सोनितपुर जिले का जिला मुख्यालय है। तेजपुर अपनी सांस्कृतिक श्रेष्ठता के लिए जाना जाता है। यह न केवल......
डिब्रूगढ़ - चाय के बागानों का स्थल
डिब्रूगढ़ शहर अपने आप में एक सौंदर्य है, जिसके एक तरफ छल-छल करती हुई गिरती ब्रह्मपुत्र नदी तो दूसरी ओर शहर के किनारों पर हिमालय की शृंखलाएं नीचे की ओर जाती हुई दिखाई देती......
कोहिमा पर्यटन - केवही फूलों की भूमि
कोहिमा, नगालैंड की राजधानी, पूर्वोत्तर भारत के सबसे सुंदर स्थानों में से एक है। इस जगह ने पीढि़यों से लोगों को अपनी सुंदरता से मंत्रमुग्ध कर रखा है। कोहिमा को यह......
जाइरो पर्यटन – प्रकृति की जबरदस्त सुन्दरता की यात्रा
अरूणाचल प्रदेश के सबसे प्रचीन शहरों में से एक, जाइरो एक छोटा सा हिल स्टेशन है जो धान के खेतों से घिरा रहता है और चीड़ के सुन्दर पेड़ों के बीच स्थित है। पूरे क्षेत्र में फैले घने......
दीमापुर - विशाल नदी के निकट शहर
उत्तर पूर्व के सबसे तेजी से बढ़ते शहरों में से एक माना जाने वाला दीमापुर, नगालैंड के लिए प्रवेश द्वार है। एक समय में यह साम्राज्य की समृद्ध राजधानी थी, आज भले ही यह......
काजीरंगा - जंगल के क्षेत्र में एक बिल्कुल सही रास्ते का ठहराव
राष्ट्रीय उद्यान में रहना उद्यान के अन्दर दिन बिताने तक ही सीमित नहीं है। राष्ट्रीय उद्यान में और इसके आसपास कई आकर्षण हैं, जहां आप दो दिन के अन्दर घूम सकते हैं। सोनितपुर जिले......
मोन - कोन्याक्ष या टैटू योद्धाओं की भूमि
एक साहसिक यात्रा कई लोगों के लिए जिन्दगी भर की याद होती है, उनका अनोखा अनुभव होती है और वहीं कई उत्साही लोगों के लिए यह एक मानवविज्ञान हॉटस्पॉट होता है, अगर आप......
माजुली - सांस्कृतिक धरोहरों से सजा विहंगम द्वीप
इतिहास और संस्कृति को अपने दामन में समेटे हुए माजुली एक अध्यात्मिक जगह है। साथ ही यह असम का सबसे बड़ा आकर्षण भी है। माजुली न सिर्फ नदी से बना विश्व का सबसे बड़ा द्वीप है, बल्कि......
सिबसागर - लंबे समय तक रहा अहोम की राजधानी
सिबसागर को शिवसागर के नाम से भी जाना जाता है। इसका शाब्दिक अर्थ होता है- भगवान शिव का समुद्र। असम की राजधानी गुवाहाटी से 360 किमी दूर स्थित सिबसागर इसी नाम के जिले का जिला......