सिद्धनाथ मंदिर, बाबा रतन पुरी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है और एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है। सिद्धनाथ मंदिर बरारुरा गांव के पास तथा कर्मनाशा नदी के किनारे स्थित है। श्रद्धेय संत बाबा गोरखनाथ के शिष्य संत रतनपुरी बाबा ने इस मंदिर की स्थापना की। इस मंदिर की धार्मिक...
ये शानदान करकट झरने कैमूर पहाड़ियों में स्थित हैं। यह झरना व्यापक रुप से सैर सपाटे के लिए एक प्रिय स्थान है, और इसका ठंड़ा पानी ढ़ेर सारे मज़ेदार खेलों को एवं क्रियाकलापों को प्रदान करता है। करकट झरना हर उम्र के लोगों के लिए एक देखने योग्य स्थान है।
मंत्रमुग्ध करने वाला दृश्य बिहार के कैमूर पठार में बसा अधुरा, समुद्र तल से 2000 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। अधुरा की सुंदरता इसकी शांत स्थिरता में निहित है। अधुरा, हरे-भरे जंगलों से अभिषिक्त है, जो इसे एक आदर्श पर्यटन स्थल बनाते हैं।
भगवानपुर, भभुआ के दक्षिण दिशा में 11 किमी दूर स्थित है। लोक-साहित्य और आम धारणा अनुसार, यह माना जाता है कि यह स्थान कुमार चंद्रसेन सरन सिंह की सत्ता का स्थान था, जो पारस वंश के थे। यह गांव अपनी ऐतिहासिक योग्यता के लिए विख्यात है।
भभुआ, कैमूर के नक्शे पर महत्वपूर्ण शहरों में से एक है। इसकी ऐतिहासिक विरासत बहुत विचित्र है, और भभुआ शाहाबाद के पुराने जिले के उपखंड़ों में से एक है। महात्मा गांधी की एक प्रतिमा एकता चौक में पाई जा सकती है, जो इस शहर का मुख्य बाजार है। शहर का जयप्रकाश चौक और आशा...
चोरघाटिया, कैमूर-भभुआ में स्थित एक सुंदर गांव है। यह एक अनोखा सौंदर्य स्थान है जिसकी सुंदर दृश्यों की पृष्ठभूमि में एक बहता झरना प्रदर्शित है। इसके शांत प्राकृतिक वातावरण के कारण दूर-दराज़ क्षेत्रों के कई पर्यटक और यात्री चोरघाटिया की और आकर्षित होते हैं।
...बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर प्रसिद्ध रुप में बाबा धाम एवं बैद्यनाथ धाम के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर बारह ज्योतिर्लिंग में से एक है, जो भगवान शिव को समर्पित सबसे पवित्र मंदिर हैं। बैद्यनाथ मंदिर में बाबा बैद्यनाथ का मुख्य मंदिर शामिल है, जिसमें एक ज्योतिर्लिंग...
मुंड़ेश्वरी देवी मंदिर भगवान शिव और देवी शक्ति को समर्पित है और यह मंदिर मुंड़ेश्वरी पर्वत पर स्थित है। इस मंदिर को दुनिया का 'सबसे पुराना कार्यात्मक' मंदिर माना जाता है क्योंकि यहां बिना रुके सारे अनुष्ठान मनाए जाते हैं। इस मंदिर में भगवान गणेश, सूर्य और विष्णु...
तेल्हर, कैमूर के बी.टी मार्ग के निकट स्थित एक सुंदर झरना है। प्राकृतिक रुप में स्थित झरना आंखों के लिए एक शानदार पर्व है।
कैमूर वन्य जीव अभयारण्य भभुआ के निकट स्थित है और 1342 किमी में फैला राज्य का सबसे बड़ा अभयारण्य है, और यहां कुछ झरने और झीलों भी हैं। यहां यात्री बाघ, तेंदुआ, जंगली सुअर, सांभर हिरण, चीतल, चौसिंगा और नीलगाय जैसे कई जानवर देख पाएंगे और यह 70 प्रजातियों के निवासी...
कर्मनाशा नदी गंगा नदी की एक सहायक नदी है और यह नदी उत्तर प्रदेश और बिहार राज्य से होकर गुजरती है। कर्मनाशा नाम का शाब्दिक अर्थ "धार्मिक योग्यता का विनाशक" है और इस नदी के साथ कई किंवदंतियां जुड़ी हैं। यह नदी लतीफ शाह बांध और नुआगढ़ बांध नामक दो बांधों को स्थान...
चैनपुर सबसे बड़े गांवों में से एक और त्योहारों के समारोह की एक माला है। काली पूजा, होली और दुर्गा पूजा चैनपुर के मुख्य त्योहार हैं। इनके अलावा, जन्माष्टमी, शिवरात्रि, हनुमान जयंती, समा चकेवा, छठ, चौर्चानारे जैसे त्योहारों को भी बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता...
रामगढ़ प्रसिद्ध मुंड़ेश्वरी मंदिर का निवास स्थान है। यह मंदिर राज्य के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है। यहां पुरातात्विक महत्व के शिलालेख पाए गए हैं और इनसे पता चलता है कि यह मंदिर 635 ईसवी पूर्व में बनाया गया था। यह मंदिर लगभग 600 फुट ऊंची पहाड़ी की चोटा पर...
भेकश गांव भभुआ जिले में स्थित है तथा यह सुरवारा नदी के तल पर बसा है। भेकश गांव के बाहर एक पुराना शिव मंदिर स्थित है।
दुरौली एक गांव है और चीरो द्वारा बनाए गए दो प्राचीन मंदिरों की मौजूदगी के कारण अस्तित्व प्राप्त करता है। मंदिरों की विशिष्टता उनकी प्राचीनता और उनकी उत्कृष्ट वास्तुकला में निहित है तथा ये दोनों मंदिर नक्काशीदार सुंदर मूर्तियों से सजे हैं जो इसे शिखर तक पहुंचाती...