कालीकट - कहानियों और इतिहासों की भूमि
कालीकट जिसे कोज़ीकोड के नाम से भी जाना जाता है, एक उत्तरी जिला है जो भारत के दक्षिण – पश्चिम तटीय प्रदेश में स्थित है। इस जिले का मुख्यालय भी इसी नाम से जाना जाता है जैसे......
त्रिशूर – इतिहास, संस्कृति और आराम का संगम बिंदु
त्रिशूर छुट्टी मनाने के लिए आदर्श स्थान है यदि आप यहाँ वे सब आनंद महसूस नहीं करते जिसमें आप लिप्त रहने का प्रयत्न कर रहे हैं। केरल की सांस्कृतिक राजधानी के नाम से जाना जाने वाला......
मालमपुझा – हरे-भरे बगीचों और जादुई पहाड़ियों का शहर
मालमपुझा एक छोटा सा सुन्दर कस्बा है जो कि अपने मनोरम दृश्यों, बाँधों और बगीचों के लिये जाना जाता है। पलक्कड़ (जिसे केरल का धान का कटोरा कहते हैं) में स्थित यह लोकप्रिय स्थान......
वायनाड - पवित्र भूमि
वायनाड केरल के बारह जिलों में से एक है जो कन्नूर और कोझिकोड जिलों के मध्य स्थित है। अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण यह एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। पश्चिमी घाट के हरे भरे पर्वतों के......
नीलांबुर - सागौन का शहर
सागौन वृक्षारोपण के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध, नीलांबुर, केरल राज्य के मलप्पुरम जि़ले में स्थित एक बड़ा शहर है। विशाल जंगल, प्राकृतिक सुंदरता, अद्वितीय वन्य-जीवन, आकर्षक झरनें,......
कालपेट्टा - प्रकृति के साथ मंथन
कालपेट्टा एक छोटा सा शहर है जो कॉफी के बागानों के कारण उसकी महक से भरा हुआ और चारों तरफ से खूबसूरत पहाड़ों से घिरा हुआ है। यह स्थल समुद्र स्तर से 780 मीटर की ऊंचाई पर......
मलप्पुरम: नदियों और संस्कृति का मेल
मलप्पुरम केरल का उत्तरी जिला है जो अपनी समृद्ध संस्कृति, ऐतिहासिक महत्व और उल्लेखनीय विरासत के लिए जाना जाता है। मलप्पुरम, छोटी पहाड़ियों और टीलों का क्षेत्र है जो मलप्पुरम के......
पोनानी - एक सर्वश्रेष्ठ तटीय विश्राम
केरल के मलप्पुरम जिले में स्थित पोनानी एक छोटा लेकिन सुन्दर कस्बा है। पश्चिम में अरब सागर से घिरा यह कस्बा मालाबार का मुख्य तटीय क्षेत्र व मछली पकड़ने का प्रमुख केन्द्र है। यह......
कासरगोड - विविध संस्कृति का एक भूमि
कासरगोड केरल के उत्तरी भाग में स्थित है। यह अपने ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्त्व के कारण लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है। कहा जाता है की 9 वीं और 14 वीं शताब्दी में......
पालक्कड़ – धान के कटोरे में बीते युग का एहसास
पालक्कड़, जिसे पूर्व में पालघाट के नाम से जाना जाता था, केरल का एक जिला है जो पश्चिमी घाट की सर्पीली पहाड़ियों में स्थित है। पालक्कड़ केरल के अन्य भागों से मुख्य रूप से अपने......
थालास्सेरी - सर्कस, केक और क्रिकेट की भूमि
कन्नूर जिले में स्थित, थालास्सेरी, उत्तरी केरल के सबसे गतिशील शहरों में से एक है। इसे तेलीचेरी के नाम से भी जाना जाता है, यह शहर मालाबार तट पर सुनहरे पंखों के साथ......
सुल्तान बत्तेरि - पर्वतों के बीच बसा ऐतिहासिक शहर
सुल्तान बत्तेरि, जिसे गणपतिवातोम भी कहा जाता है, केरल के वायनाड़ जिले का ऐतिहासिक शहर है। केरल - कर्नाटक बॉर्डर पर बसा यह शहर, एक दिन की पिकनिक के लिए उत्तम स्थान है। मैसूर के......
बेकल - सौम्य पानी के साथ शांतिपूर्ण छुट्टियाँ
बेकल एक छोटा शहर है जो अरब सागर के तटीय किनारों पर शांतिपूर्वक स्थित है। यह पल्लिकारे गाँव के भीतर है जो केरल के कासरगोड जिले के अंतर्गत आता है। बेकल का नाम......
पय्योली - वैभव में घुली-मिली विरासत और समुद्र तटों का एक सूप!
पय्योली, दक्षिणी केरल के कालीकट जिले में एक छोटा सा गांव है। उत्तरी मालाबार तट पर स्थित, रेत और उथले पानी के सुनहरे खिंचाव के साथ यह एक शांत स्थान है। यद्यपि यह अपने समुद्र तटों......
गुरूवायूर - भगवान दूसरा घर
गुरूवायूर त्रिशूर जिले में एक भरा हुआ शहर है। इस जगह को भगवान कृष्ण का घर मन जाता है, भगवान विष्णु के देहधारण का घर भी माना जाता है। गुरूवायूर केरल के कई में से एक लोकप्रिय......