उन्नीसवीं शताब्दी में जजेस्मोव के नाम से जाना जाने वाला यह शहर कानपुर के उपनगरीय क्षेत्र में गंगा नदी के किनारे स्थित है। वर्तमान में यह एक औद्योगिक केंद्र है और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अनुसार यह इस क्षेत्र की सबसे पुरानी मानव बस्ती है। खुदाई के दौरान मिले औज़ार, कलाकृतियाँ और मिट्टी के बर्तन शहर के इतिहास को 1300 – 1200 बीसीई में ले जाते हैं।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को भी हाथीदांत की एक मुहर मिली है जो चन्द्रगुप्त मौर्य के समय की है। ये प्रदर्शन वर्तमान में कानपुर संग्रहालय में रखे गए हैं। इस शहर में एक प्राचीन मस्जिद भी है जिसे “ जिन्नातों की मस्जिद” कहा जाता है। पहाडी पर स्थित यह मस्जिद अपने सफ़ेद रंग के कारण वास्तुकला में ताजमहल से मिलती जुलती है।
मस्जिद से कुछ दूरी पर पहाड़ी के नीचे एक अन्य प्रसिद्ध धार्मिक स्थान हज़रत मखदूम शाह आला की कब्र है जिसका निर्माण फ़िरोज़ शाह तुगलक ने 1358 में करवाया था।