वावाथुराई कन्याकुमारी का एक गाँव है जो अपने सेन्ट अरोकिया नाथर चर्च नामक कैथोलिक चर्च के लिये प्रसिद्ध है। यह गिरजाघर कन्याकुमारी शहर के तटीय भाग में स्थित है। इसकी शुरूआत सन 2010 में कोट्टार के सबसे पवित्र वर्तमान पादरी पीटर रेमीगियस डी डी द्वारा की गई थी।
...कुमारी अम्मन मन्दिर या कन्याकुमारी मन्दिर समुद्रतट पर स्थित है और पार्वती, एक कुँवारी देवी जिन्होंने भगवान शिव से शादी करने के लिये स्वयं को सजा दिया थी, के एक अवतार को समर्पित है। कन्याकुमारी दो शब्दों कन्या अर्थात कुँवारी और कुमारी अर्थात लड़की से मिलकर बना है।...
यह प्रतिमा कन्याकुमारी का प्रमुख चिन्ह स्थान है। यह पत्थर की बनी एक विशाल खड़ी प्रतिमा है और प्रसिद्ध सन्त और तमिल कवि थिरूवल्लूवर को समर्पित है। थिरूवल्लूवर प्रतिमा की ऊँचाई लगभग 133 फीट है। यह प्रतिमा विवेकानन्द रॉक मेमोरियल के बगल में है।
प्रतिमा के आधार...
यह किला कन्याकुमारी शहर के उत्तर पूर्व में लगभग 6 किमी की दूरी पर है। वट्टाकोट्टाई किले को 18वीं शताब्दी में निर्मित किया गया था और ट्रैवेनकोर राजाओं द्वारा निर्मित किये जाने वाले तटीय किलों में अन्तिम था। वट्टाकोट्टाई किले की दीवारों की ऊँचाई लगभग 25 फीट है और...
विवेकानन्द रॉक मेमोरियल रामकृष्ण परमहंस के भक्त स्वामी विवेकानन्द को समर्पित है। श्री रामकृष्ण रामकृष्ण मिशन के संस्थापक थे। विवेकानन्द रॉक मेमोरियल को 1970 ई0 में नीले तथा लाल ग्रेनाइट के पत्थरों से निर्मित किया गया था। यह समुद्रतल से 17 मीटर की ऊँचाई पर एक पत्थर...
चिथराल एक छोटा सा गाँव है जो कन्याकुमारी का प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है और यह शहर से 45 किमी की दूरी पर स्थित है। यह गाँव अपने हिल मन्दिर और जैन इमारतों के लिये जाना जाता है। चिथराल हिल मन्दिर एक छोटी पहाड़ी के ऊपर स्थित है। इस छोटी पहाड़ी में एक गुफा सम्मिलित है...
गाँधी मेमोरियल, जिसे गाँधी मण्डपम भी कहा जाता है, को राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के सम्मान मे बनवाया गया था। इसे सन् 1956 ई0 में बनवाया गया था और इस स्मारक की संरचना उड़ीसा के मन्दिरों के समान है। गाँधी मेमोरियल की आन्तरिक संरचना 79 फीट ऊँची है जो कि महात्मा गाँधी...