Search
  • Follow NativePlanet
Share
होम » स्थल» करौली

करौली - पवित्रता का मार्क

17

करौली राजस्थान में एक जिला है जो जयपुर से 160 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है । ये जिला 5530 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ  है । पूर्व में इस स्थान का बाम कल्याणपुरी था जो यहाँ की एक स्थानीय देवी कल्याणजी के नाम के बाद रखा गया था । करौली में 300 मंदिरों की उपस्थिति इसे राज्य के पवित्रतम स्थानों में से एक बनती है।

चूँकि मध्ययुगीन काल में इस स्थान में  लगातार हमलों का खतरा था,अतः इस कारण  पूरे जिले को एक किले की तरह बनाया गया था। उस समय इस जिले में एक दीवार बनाई गयी जो लाल बलुआ पत्थरों की थी जो यहाँ आज भी मौजूद है । वर्तमान में ये दीवार अपना बुरा दौर देख रही है और जीर्ण हालत में है। इस दीवार में 6 मुख्य द्वार है और इसके अलग अलग हिस्सों में कुछ खिडकियां भी हैं जो इस दीवार को एक मजबूत ढांचा बनाते हैं।

करौली ऊंचे पहाड़ों से घिरा हुआ है और  902 फुट की औसत ऊंचाई पर स्थित है। यहाँ का सबसे ऊंचा शिखर 1400 फिट की ऊंचाई पर स्थित है । किंवदंतियों के अनुसार, इस राज्य का निर्माण 995 ई में भगवान कृष्ण के 88 वें वंशज राजा बिजाई पाल जादोन द्वारा किया गया था । हालांकि, आधिकारिक तौर पर करौली यदुवंशी  राजपूत, राजा अर्जुन पाल द्वारा 1348 ई. में स्थापित किया गया

राजस्थान का ये जिला अपनी लाल पत्थर वास्तुकला के लिए जाना जाता है साथ ही इस शहर में सिटी पैलेस, तिमांगढ़ किला, कैला देवी मंदिर, मदन मोहन जी मंदिर इस शहर को वास्तुकला और पर्यटन दोनों की दृष्टी से महत्त्वपूर्ण बनाते हैं। आज भी यहाँ स्थित सिटी पैलेस को क्षेत्र की समृद्ध विरासत का एक प्रतीक माना जाता है ।

मेले और त्योहार

पूरे उत्तर भारत में मेलों का अपना एक विशेष महत्त्व है कुछ इसी तर्ज पर राजस्थान के लोगों में भी मेले के प्रति खासी दिलचस्पी है । करौली में भी हिंदू महीने चैत्र (मार्च - अप्रैल) के दौरान एक मेले का आयोजन किया जाता है जिसको देखने के लिए काफी दूर दूर से लोग आते हैं।

यहाँ आने वाले पर्यटकों में हमेशा ही उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा के लोगों की तादाद ज्यादा रहती है। करौली की एक प्रमुख आबादी हस्तशिल्प, जो करौली आने वाले पर्यटकों के लिए लोकप्रिय स्मृति चिन्ह  है बनाने में लगी हुई है और यही इस वर्ग का मुख्य व्यवसाय भी है । 

करौली पहुंचना

जयपुर स्थित सांगानेर हवाई अड्डे और गंगपुर रेलवे स्टेशन से आसानी से करौली पहुंचा जा सकता है । इन सब के अलावा सड़कों का एक अच्छा  नेटवर्क होने की वजह से यहाँ सड़क मार्ग से भी जाया जा सकता है।

करौली घूमने का सबसे अच्छा मौसम सितम्बर से मार्च के बीच का है। 

 

करौली इसलिए है प्रसिद्ध

करौली मौसम

घूमने का सही मौसम करौली

  • Jan
  • Feb
  • Mar
  • Apr
  • May
  • Jun
  • July
  • Aug
  • Sep
  • Oct
  • Nov
  • Dec

कैसे पहुंचें करौली

  • सड़क मार्ग
    दैनिक बस सेवाओं करौली से गंगापुर (81 किमी) और जयपुर (160 किमी) के लिए उपलब्ध हैं। साथ ही यहाँ कई निजी बस एजेंसियां भी है जिनके द्वारा पर्यटक के लिए राजस्थान के अलग अलग हिस्सों से बसों का संचालन किया जाता है।
    दिशा खोजें
  • ट्रेन द्वारा
    करौली का निकटतम रेलवे स्टेशन गंगापुर रेलवे स्टेशन है जो यहाँ से 81 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है । यहाँ से भारत के सभी प्रमुख शहरों के लिए ट्रेनें उपलब्ध है।
    दिशा खोजें
  • एयर द्वारा
    यहाँ आने का निकटतम एयरबेस सांगानेर हवाई अड्डा है जो जयपुर में स्थित है । हवाई अड्डे से टैक्सियों के माध्यम से आसानी से करौली जाया जा सकता है। ये हवाई अड्डा दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और मुंबई स्थित छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई से नियमित उड़ानों के माध्यम से जुड़ा हुआ है।
    दिशा खोजें
One Way
Return
From (Departure City)
To (Destination City)
Depart On
25 Apr,Thu
Return On
26 Apr,Fri
Travellers
1 Traveller(s)

Add Passenger

  • Adults(12+ YEARS)
    1
  • Childrens(2-12 YEARS)
    0
  • Infants(0-2 YEARS)
    0
Cabin Class
Economy

Choose a class

  • Economy
  • Business Class
  • Premium Economy
Check In
25 Apr,Thu
Check Out
26 Apr,Fri
Guests and Rooms
1 Person, 1 Room
Room 1
  • Guests
    2
Pickup Location
Drop Location
Depart On
25 Apr,Thu
Return On
26 Apr,Fri