अपने किलों के लिए प्रसिद्द कर्नाला महाराष्ट्र राज्य के रायगढ़ जिले में स्थित है। यह समुद्र सतह से लगभग 475 किलोमीटर की ऊँचाई पर स्थित है और चारों ओर से घने हरे जंगलों और एक ओर से ऊंचे पहाड़ों से घिरा हुआ है।
कर्नाला - ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
तुगलकों के शासन काल के दौरान कर्नाला कोंकण जिले की राजधानी था जिस पर बाद में निज़ाम शाह ने कब्ज़ा कर लिया– जो अहमद नगर का संस्थापक था। कर्नाला फोर्ट (किला) निजामी शासक को पुर्तगालियों के साथ दोस्ती होने के कारण उपहारस्वरूप मिला था।कुछ समय बाद ही इस क्षेत्र में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना हुई क्योंकि उन्हें कर्नाला के भौगोलिक स्थान के महत्व का पता चला।
कर्नाला – प्रकृति की गोद में स्थित
कर्नाला का पक्षी अभ्यारण्य इसे प्रकृति प्रेमियों और पक्षी प्रेमियों के बीच प्रसिद्द बनाता है। यह अभ्यारण्य लगभग 150 प्रकार के पक्षियों की घरेलू जातियों और 37 प्रवासी पक्षियों का घर है। इस पर्यटन स्थल पर ट्रेकिंग की भी व्यवस्था भी है। इस पर्यटन स्थल का भ्रमण साल में कभी भी किया जा सकता है। चाहे बरसात हो या गर्मी हो यहाँ का मौसम अत्यधिक लुभावना और स्वास्थ्यप्रद होता है।
इस हिल स्टेशन तक रास्ते, रेल या हवाई यात्रा द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है। यह मुंबई से सिर्फ 60 किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है जबकि पनवेल से केवल 10 किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है जहाँ से आप बस, ट्रेन के द्वारा या स्वयं के वाहन के द्वारा कर्नाला पहुँच सकते हैं।