पुगझिमलई श्री अरूपदई मुरुगन मंदिर करूर के उत्तर-पश्चिम में स्थित है। यह कावेरी नदी के पास वेलयूथैनपलयम में एक पहाड़ी के शीर्ष पर स्थित एक प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर चेर के शासनकाल के दौरान बनवाया गया था ओर यह अपनी सुंदर मूर्तियोंब के लिए प्रसिद्ध है। भगवान मुरुगन...
कल्याण पशुपतीश्वरर मंदिर का निर्माण उस समय हुआ था जब इस क्षेत्र पर चोल वंश का शासन था। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इस क्षेत्र के सात प्रमुख शिवलिंगों में से एक है। यह मंदिर पशुपतीश्वरर शिवलिंग के लिए प्रसिद्ध है जो 5 फीट ऊँचा है और जिसमें 5 मूर्तियों का एक...
करूर अपने कुटरी उद्योग के लिए प्रसिद्ध है जो सूती कपड़ों और पीतल के बर्तनों के उत्पादन में विशिष्ट स्थान रखते हैं। बेडरूम, बाथरूम और किचन लिनन सबसे लोकप्रिय उत्पादों में से हैं। सूती वाल हैंगिंग भी एक लोकप्रिय उत्पाद है। करूर में कुछ कीमती और अर्द्धकीमती रत्न जैसे...
मयनूर करूर से 21कि.मी. दूर त्रिची-करूर रोड पर स्थित है। यह एक तीर्थस्थान के रूप् में प्रसिद्ध है क्योंकि यहाँ मंरियममा मंदिर और सेलैंदियम्मा मंदिर नाम के दो बड़े मंदिर हैं। करूर आने पर इस जगह आने का सुझाव दिया जाता है।
श्री सदाशिव ब्रह्मेंध्रर मंदिर नेरूर में स्थित है। इसमें संत श्री सदाशिव ब्रह्मेंध्रर की समाधि बनी है। वे कांचीपुरम मठ के इंचार्ज गुरुओं में से एक थे। यह समाधि थोनदायिमन वंश के शासक विजय रघुनाथन थोनदायिमन ने बनवाई थी। पुडुक्कोट्टई महल में मुट्ठीभर रेत संरक्षित है...
थिरुमुक्कुदल ’मुक्कुदल’ शब्द से बना है जिसका अर्थ है ’संगम’। थिरुमुक्कुदल तीन पवित्र नदियों पलार, चेय्यार और वेगवती का संगम है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अनुसार थिरुमुक्कुदल को हैरिटेज स्थल घोषित किया गया है। इसके पास थोनदाइमन वंश के...
करूर सरकारी संग्रहालय वर्ष 2000 में करूर बस स्टैंड के पास स्थापित किया गया था। यहाँ इस जगह के पूर्वजों की स्मृतियाँ रखी हुई हैं। इस म्यूजि़यम में विभिन्न प्रकार की कांस्य वस्तुएं, धातु के बर्तन और प्राचीन वाद्य यंत्र प्रदर्शित किए गए हैं। सिक्के, चट्टानें,...
करूर मरियम्मा मंदिर करूवर में स्थित है और क्षेत्र के बड़े मंदिरों में से एक है। यह राज्य में सबसे बड़ा अम्मा मंदिर है। मई के महीने में मनाया जाने वाला मंदिर का वार्षिकोत्सव मंदिर का सबसे शुभ दिन होता है। इस दिन ’कुंबम’ को मंदिर से बाहर लाकर अर्कावती...
सोलियम्मा मंदिर शहर से 8कि.मी. दूर अथुर में स्थित है। हर साल जून के महीने में सोलियम्मा मंदिर में प्रसिद्ध कार फेस्टिवल मनाया जाता है। सोलीश्वरर मंदिर, मुनियप्पा मंदिर, वरधराज पेरुमल मंदिर, चिन्ना मंरियम्मा तथा पेरिया मरियम्मा मंदिर इस मंदिर के पास स्थित हैं।