एक व्यस्त सप्ताह के बाद तनाव मुक्त होने के लिए महाराष्ट्र में स्थित खंडाला सबसे उपयुक्त हिल स्टेशन (पर्वतीय पर्यटन स्थल) है। सह्याद्री श्रेणी के पश्चिमी भाग में स्थित यह स्थान समुद्र सतह से 625 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और भारत का एक प्रसिद्द दर्शनीय स्थल है। भोर घाट के अंत में स्थित यह स्थान लोनावला से लगभग तीन किलोमीटर की दूरी पर है, जो एक अन्य हिल स्टेशन है और कर्ज़त से सात किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जो पैदल यात्रा करने वालों का स्वप्न है।
इस स्थान के उदभव कि बारे में कोई विश्वसनीय ऐतिहासिक प्रमाण उपलब्ध नही हैं। हालांकि यह एक जाना माना तथ्य है कि ब्रिटिशों के अधिकार से पहले महान मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी ने और पेशवाओं ने खंडाला पर राज किया था। अन्य सभी हिल स्टेशनों (पर्वतीय स्थानों) की तरह खंडाला भी उपनिवेशीय युग का एक प्रमाण है। यहाँ के ऐतिहासिक स्थलों और स्मारकों में भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत स्पष्ट रूप से देखने मिलती है।
खंडाला - शानदार आकर्षण और विस्मयकारी दृश्य
सह्याद्री पर्वत श्रृंखला की पहाड़ियों और घाटियों में आराम से बसे इस छुट्टी के स्थान में पूरे साल भर आनंददायक मौसम होता है। शानदार प्राकृतिक परिदृश्य से सुशोभित खंडाला अपनी घास की पहाड़ियों, उज्जवल घाटियों, सुंदर झीलों और सुखद जलप्रपातों के लुभावने दृश्यों के द्वारा अपने पर्यटकों को प्रभावित करता है। पर्यटकों के आकर्षण के कुछ स्थानों के अंतर्गत अमृतांजन पॉइंट, ड्यूक्स नोज़, रेवुड पार्क और भुशी बाँध आते हैं। प्रचुर प्राकृतिक वैभव के अलावा यह हिल स्टेशन अपने गुफा मंदिरों के लिए भी प्रसिद्द है, जो ईसा पूर्व दूसरी शताब्दी के हैं।
ये गुफा मंदिर बौद्ध स्थापत्यकला का प्रतिनिधित्व करते हैं और और अतीत में हिनायाना संप्रदाय की उपस्थिति का प्रमाण हैं। प्रकृति प्रेमियों और उत्साहियों के लिए सुरम्य घाटियों में चलना एक रहस्यमयी आकर्षण है जो इस स्थान की विशेषता है। खंडाला को प्रचुर प्राकृतिक सुंदरता भेंट स्वरुप मिली है और मानसून का समय इस प्राकृतिक चमत्कार को देखने के लए सबसे अच्छा समय है जब यह अपनी चरम सीमा पर होता है। चारों ओर सब कुछ सघन, हरा और ताज़ा दिखाई देता है जो आपमें एक मादक भावना उत्पन्न करता है।
अक्टूबर से मई तक का समय खंडाला घूमने के लिए उपयुक्त है। इस खूबसूरत पहाड़ी इलाके का सबसे अच्छा लाभ ट्रैकिंग के माध्यम से लिया जाता है। चाहे आप शौकीन यात्री हैं या अनुभवी है, पहाड़ों और चट्टानों के ऊपर तक पहुँचने के लिए एक पगडंडी का चुनाव करें और नीचे घाटी को देखें। ड्यूक्स नोज़ पॉइंट और कार्ला पहाड़ियां रॉक क्लाइम्बिंग के दो लोकप्रिय स्थानों में से हैं।
खंडाला - पर्यटन के अंतर्गत अनेक आमोद
प्रमोद आते हैं और यह देश के उन दिलचस्प क्षेत्रों में से एक है जहाँ भव्य प्राकृतिक सुंदरता है। लोहगढ़ किले का अर्थ है लोहे का किला और इसे कैदियों को रखने के लिए बनाया गया था। खंडाला के पास एक अन्य पर्यटन स्थल कुने प्रपात है जो 100 मीटर की ऊंचाई से गिरता है। यह चारों ओर हरियाली से घिरा हुआ है। आप राजामची किला देखना नही भूल सकते जो एक प्रतिष्ठित पर्यटन स्थल है और चारों ओर से सदाबहार घाटियों और उद्यानों से घिरा हुआ है। प्रचुर प्राकृतिक सुंदरता से भरे हुए खंडाला के पर्यटन स्थल वास्तव में अद्भुत हैं।
खंडाला - कुछ अतिरिक्त विवरण
खंडाला में सैर के लिए साल भर मौसम आदर्श रहता है। अधिकांश समय यहाँ का मौसम गर्म और सत्कार शील होता है। हालांकि यहाँ घूमने के लिए शीत ऋतु सबसे उत्तम है। यहाँ का शांत और लोभ्य मौसम इस स्थान पर छुट्टी के आनंद को बढ़ा देता है। निश्चिंत रहिये, यहाँ ट्रेकिंग करने का अनुभव आपको जिंदगी भर याद रहेगा। चाहे आप मितव्ययी हों या अतिव्ययी हों, खंडाला अपने शानदार दृश्यों और वातावरण के कारण अपने सभी आगंतुकों को मोहित करने में सफल हुआ है।
अपने विभिन्न व्यंजनों के लिए प्रसिद्द खंडाला में हॉट केक मिलती हैं। खंडाला तक हवाई यात्रा, रास्ते और रेल के द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है। मुंबई और पुणे के बीच की प्रमुख कड़ी, मुंबई-पुणे राजमार्ग खंडाला से गुजरता है। आसपास के शहरों से इसकी पहुँच इसे लंबी पैदल यात्रा और आराम के लिए एक आकर्षक स्थान बनाती है। खंडाला महाराष्ट्र के सभी प्रमुख शहरों से रेल, रास्ते और हवाई मार्ग के द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। पुणे हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है यद्यपि अनेक इंटर सिटी ट्रेन उपलब्ध हैं जो महाराष्ट्र के प्रमुख शहरों को खंडाला से जोड़ती हैं।
शांति के कुछ पल प्राप्त करने के लिए यह छोटा और प्यारा हिल स्टेशन उपयुक्त है। आप अपनी कार लीजिए या बस में सवार हो जाईये और स्वर्ग के इस छोटे से टुकड़े को देखने के लिए सिर्फ 100 किलोमीटर की दूरी तय करना है।