खिम्सर एक छोटा सा पुरवा है तो राजस्थान स्थित थार मरुस्थल के किनारे पर है। इस गाँव के बिलकुल बीचों बीच एक पानी की झील है जो इस सूखे मरुस्थल को एक सुरम्य नखलिस्तान में बदलती है। कई वर्षों पहले खिमसर एक स्वतंत्र राज्य था जिसके शासक ठाकुर राजवंश के लोग थे।
खिमसर के इतिहास पर अगर नज़र डालें तो यहाँ का इतिहास हमें 16 वीं शताब्दी में ले जाता है जिस समय खिमसर किले का निर्माण किया गया था। ये किला उस समय हुए कई प्रमुख युद्धों का गवाह रहा है। यहाँ आने वाले पर्यटक आज भी उस दौर में हुए युद्धों के अवशेष इस किले की दीवारों पर देख सकते हैं। बताया जाता है की इस किले के निर्माण का मुख्य उद्देश्य खिमसर राज्य को दुश्मन के हमले से बचाना था बाद में इस किले में लोग रहने भी लग गए और 1940 के आस पास इस किले में महिलाओं ने भी रहना शुरू कर दिया जिन्हें जनाना कहा जाता था। वर्तमान में इस किले के एक विशेष भाग को हेरिटेज होटल में बदल दिया गया है और बाकी के हिस्से में आज भी खिमसर का शाही परिवार वास करता है।
खिमसर की यात्रा का मन बना रहे पर्यटक ओसियान जरूर जाएं ये जगह कई सारे हिन्दू और जैन मंदिरों के लिए जानी जाती है। यहाँ आने वाले पर्यटकों के पास यदि समय बचे और वो अगर कैमल सफारी का मन बना रहे हों और उसका आनंद लेना चाहते हों तो वे यहीं पास ही में स्थित एक हेरिटेज होटल सैंड ड्यून विलेज ज़रूर जाएं। यहाँ के स्वर्णिम रेत के टीलों में कैमल सफारी का अपना एक अलग ही आनंद है।
हर साल यहाँ जनवरी से फरवरी महीने के दौरान भारी मात्रा में देश विदेश के पर्यटक आकर नागौर महोत्सव का लुत्फ़ उठाते हैं। ये महोत्सव एक विशिष्ट पशु मेला है जिसमें ऊंट दौड़, बैल दौड़, लोक संगीत और क्षेत्र का स्थानीय नृत्य मुख्य आकर्षण है।
खिमसर पहुंचना
खिमसर अच्छी तरह से वायु, रेल और सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है । इस जगह की यात्रा के लिए जोधपुर हवाई अड्डा निकटतम एयरबेस है। जयपुर, मुंबई, दिल्ली और उदयपुर से इस हवाई अड्डे के लिए नियमित उड़ानें मौजूद हैं । यहाँ के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन भी जोधपुर में ही मौजूद है ।
जोधपुर हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशन पर यहाँ आने के लिए हर समय कैब मौजूद रहती है अतः आने वाले पर्यटक बड़ी आसानी से खिमसर आ सकते हैं । ये स्थान जोधपुर - नागौर - बीकानेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पड़ता है इस कारण यहाँ आने वाले पर्यटक बस के माध्यम से बड़ी ही आसानी के साथ इस जगह पर आ सकते हैं ।
खिमसर साल भर चरम जलवायु का अनुभव करता है । यहाँ की यात्रा का सबसे अच्छा समय जाड़े का मौसम है जो नवम्बर में शुरू होकर के मार्च में खत्म होता है ।