अछेनक्वॉइल, एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है जो केरल के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है, यह कोल्लम से 60 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह क्षेत्र अपने घने जंगलों, मंदिरों और झरनों के लिए विख्यात है।
इस क्षेत्र का सबसे लोकप्रिय तीर्थ...
मुनरो द्वीप, को स्थानीय स्तर पर मुनरो थुरूथ के नाम से जाना जाता है, यह आठ छोटे द्वीपों का संग्रह है। कोल्लम से 27 किमी. की दूरी पर स्थित इस द्वीप पर सड़क और बैकवॉटर के रास्ते से पहुंचा जा सकता है। इस द्वीप का नाम ब्रिटिश अधिकारी कर्नल जॉन...
थिरूमुल्लावरम तट, कोल्लम शहर से 6 किमी. दूर स्थित एक सुंदर रेतीला दूर - दूर तक फैला तट है जो वाणिज्यिक गतिविधियों से अविभाजित है। यहां का उथला पानी,तैराकी और बच्चों के खेलने के लिए सुरक्षित और रोमांचित जगह है। यह परिवार के लिए आर्दश पिकनिक...
ओचिरा, अलाप्पुझा और कोल्लम जिलों की सीमाओं पर स्थित एक छोटा सा शहर है जो कोल्लम शहर के केंद्र से 32 किमी. की दूरी पर बसा हुआ है। यह एक उत्तम धार्मिक स्थल और तीर्थ स्थल के रूप में जाना जाता है, इस गांव में उत्तम दर्जे के कई...
नींदाकारा पोर्ट, एक प्रमुख समुद्र पोर्ट और मछली पकड़ने का बंदरगाह है जो कोल्लम से 8 किमी. दूर स्थित है। यहां भारत - नार्वेजियन मछली पालन समुदाय परियोजना का मुख्यालय है और इस जगह को मछली पकड़ने व अन्य समुद्री गतिविधियों की रीढ़ के रूप में जाना जाता...
थिवाल्ली पैलेस, एक बेहद लोकप्रिय इमारत है और वास्तुकला का एक अद्भूत नमूना है जो कोल्लम से 25 किमी. दूर स्थित है। ऐशतामुडी झील से हाउसबोट टूर की यात्रा करते हुए इस ऐतिहासिक इमारत तक पहुंचा जा सकता है जो किसी जमाने में त्रावणकोर के राजा का निवास...
कोल्लम तट को महात्मा गांधी तट के नाम से भी जाना जाता है, यह एक सुंदर रेतीला तट है जो दूर तक फैला हुआ है। यह कोल्लम के सर्वाधिक प्रिय छुट्टी बिताने वाले स्थलों में से एक है जो कोल्लम शहर से 2 किमी. की दूरी पर कोचुपिलामोडू में स्थित है।
...थंगासेरी तट, एक आर्दश छुट्टियां बिताने का स्थल है जो कोल्लम से 5 किमी. की दूरी पर स्थित है। इस रेतीले समुद्र तट पर ऐतिहासिक महत्व रखने वाले और प्राचीन पुर्तगाली किलों के खंडहर भी आसपास के क्षेत्रों में देखे जा सकते हैं। यात्री इस तट पर लहरों के...
करूनागप्पल्ले, कोल्ल्म से 27 किमी. दूरी पर स्थित एक छोटा सा शहर है जो अपने मंदिरों और धार्मिक स्थलों के लिए जाना जाता है। किंवदंती है कि करूनागप्पल्ले के आसपास के क्षेत्र में प्राचीन काल में एक बौद्ध सेटेलमेंट और एक शिक्षा केंद्र...
मययानाड, कोल्लम शहर से 10 किमी. दूरी पर एक छोटा सा गांव है जो कोल्लम जिले के उपनगरीय इलाके में स्थित एक सुंदर और छोटा सा गांव है। यह गांव, सड़क से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और कोल्लम और कोयट्टम से गांव के लिए रेगुलर तौर पर बस सुविधाएं भी...
अलुमकादावू नाव बिल्डिंग यार्ड, एक अनूठा स्थान है जहां आकर पर्यटक खुद से भी नाव बनाने की कला को देख सकते हैं। अलुमकादावू, एक छोटा सा गांव है जो कोल्लम शहर से 23 किमी. दूर बैकवॉटर पर स्थित है और पूरे देश से सैलानियों का ध्यान आकृष्ट करता है।
...एडवेंचर पार्क, कोल्लम के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले पिकनिक स्पॉट में से एक है जो शहर के केंद्र से 3 किमी. दूर और ऐशतामुडी झील के किनारे पर बना हुआ है। यह पार्क छुटि्टयां बिताने और मस्ती करने के लिए आर्दश स्थान है, कोल्लम आने वाला हर...
अमृतापुरी, एक धार्मिक बस्ती है और एक धार्मिक केंद्र है जो कोल्लम से 30 किमी. दूर वल्लीकावू में स्थित है। वल्लीकावू एक सुरम्य आबादी वाला क्षेत्र है जहां मछुआरों का समुदाय निवास करता है और यह जगह माता अमृतानंदमयी के जन्मस्थान के...
रामेश्वरा मंदिर, कोल्लम के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है और शहर के केंद्र से 10 किमी. दूर स्थित है। अपनी शानदार वास्तुकला और शानदार मूर्तियों के कारण यहां साल भर हजारों पर्यटक दर्शन करने आते हैं। इमारत की पूरी संरचना, पांडियन वास्तु तकनीक...
सास्थामकोट्टा झील, एक सुंदर ताजे पानी की झील है जो अपनी आधुनिक सुविधाओं और प्राकृतिक सुंदरता के कारण यात्रियों को आकर्षित करती है। झील के नाम पर ही स्थित नाम वाला मंदिर झील के किनारे पर बना हुआ है जो इष्टदेव भगवान शास्था को समर्पित है। कोल्लम...