नीलगिरी म्यूजियम उसी पेथाकल बंगले में है जहां जान सुलेवान मेमोरियल व नीलगिरी डाक्यूमेंटेशन सेन्टर है। यह म्यूजियम नीलगिरी के इतिहास की स्पष्ट तस्वीर प्रस्तुत करता है तथा देश के प्रथम हिल स्टेशन ऊटाकामुंड से लेकर वर्तमान तक की यात्रा के प्रत्येक काल से अवगत कराता है। वन्य जीव एवं वनस्पति की कई दुर्लभ प्रजातियों समेत कई पशु व पक्षी भी यहां संरक्षित हैं।
इस स्थान पर पिछली कई शताब्दियों के दौरान शहर में हुए बड़े सांस्कृतिक एवं आर्थिक परिवर्तन लिखित रूप में उपलब्ध हैं। आपको इस बात की प्रशंसा करनी होगी कि यहां यह कार्य बहुत अच्छा व सराहनीय रहा है। पर्यटक यहां नीलगिरी एवं इस हिल स्टेशन के इतिहास की जानकारी लेने हेतु आते हैं।
कोटागिरी का ब्रिटिश शासन के औपनिवेशक काल से ही अब तक का सम्पूर्ण इतिहास यहां मौजूद है।