राजकीय संग्रहालय, कृष्णागिरि में गांधी रोड़ पर स्थित है जो युवा और बुजुर्ग पीढियों के लिए आकर्षण वाला स्थान है। राजकीय संग्रहालय की स्थापना, 1993 में की गई थी, इसमें काफी अच्छा कलेक्शन है और हर साल यह कलेक्शन बढ़ता ही रहता है। राजकीय...
अरूलमिगु मारगाथाई चंद्र छदेश्वर मंदिर, राष्ट्रीय राजमार्ग 7 पर होसुर के पास स्थित है। यह एक पहाड़ी पर स्थित है जो चारों ओर से प्रकृति से घिरा हुआ है। यहां पर तमिलनाडु सरकार के द्वारा बच्चों के लिए एक पार्क भी बनवाया गया है। यह स्थान सिर्फ...
वेणुगोपाल स्वामी मंदिर, ताली में स्थित है जो पूरे दक्षिण भारत के भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करता है। वेणुगोपाल स्वामी को भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है, इस मंदिर में उन्ही की प्रतिमा स्थापित की गई है। वेणु का अर्थ तमिल में बासुंरी...
राजाजी स्मारक, तोरापल्ली में स्थित है यह स्मारक चक्रवर्ती राजगोपालाचारी का घर था, वह 10 दिसम्बर से 1878 से 25 दिसम्बर 1972 तक यहां रहें। पैदा होने के 11 साल बाद से वह यहां आ गए थे। राजगोपालाचारी को प्यार से राजा जी कहा जाता था, जो एक...
केलावरापल्ली जलाशय परियोजना, पोन्नियार नदी पर चलाया जा रहा है जो पूर्वी ढलानों पर चेन्नाकेसावा पहाडि़यों से होकर बहती है। यहां पर सातुनुर प्रोजेक्ट भी चलाया जा रहा है। इस नदी पर बने बांध से आसपास के क्षेत्रों को कृषि के लिए पानी प्रदान किया जाता है...
कृष्णागिरि जलाशय प्रोजेक्ट ( केआरपी बांध ), कृष्णागिरि से 7 किमी. की दूरी पर चलाया जा रहा है जो थेन्नापेन्नाई नदी के प्रवाह को नियंत्रित करता है। कृष्णागिरि जलाशय प्रोजेक्ट ( केआरपी बांध ), धर्मापुरी और कृष्णागिरि के बीच...
श्री पार्श्व पद्मावती शक्तिपीठ तीर्थ धाम, कृष्णागिरि से 7 किमी. दूर बाहरी इलाके में स्थित ओरप्प्म गांव में बना हुआ है जिसे परम पूज्य श्री श्री श्री वसंत गुरूदेव जी द्वारा स्थापित किया गया था, यह गुरूदेव एक आध्यात्मिक संगठन को...
थाली, एक छोटा सा शांत वातावरण वाला गांव है जिसे लिटिल इंग्लैंड के नाम से जाना जाता है। इस स्थान पर असंख्य झीलें, पहाडियां और सुंदर घाटियां स्थित है जो इस क्षेत्र को बेहद सुंदर बनाती है। थाली, होसुर से 25 किमी. की दूरी पर स्थित है। तमिलनाडु और...
रायाकोट्टाह को रायाकोट्टाई के नाम से भी जाना जाता है जो भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित किलों में से एक है। रायाकोट्टाह पहाड़ी पर पालघाट पठार की परिधि के चिन्हृ देखे गए है। यह किला काफी पुराना है जो कई युद्धों का गवाह है लेकिन वर्तमान में यह...
मल्लाचंद्रम, तमिलनाडु में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के द्वारा संरक्षित एक सुरक्षित साइट है। इस स्थान पर सैकड़ों डोलमेन्स स्थित है। डोलमन एक प्रकार का पत्थर होता है जिसका उपयोग अक्सर किसी बड़ी पत्थर की संरचना बनाने में किया...