कुंभकोणम के श्री विठ्ठल रूक्मिणी संस्थान को 1998 ई0 में रामश्री विठ्ठलदास जयकृष्ण दीक्षितहार के संरक्षण में स्थापित किया गया था। इस संस्थान की स्थापना का उद्देश्य नामसंकीर्तनम द्वरा भक्ति के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिये किया गया था जिसे मुक्ति का सबसे बेहतर मार्ग...
तमिलनाडु के थंजावूर में स्थित सारंगपाणि मन्दिर भगवान विष्णु को समर्पित है। यह मन्दिर कुंभकोणम रेलवेस्टेशन से मात्र डेढ़ किमी की दूरी पर है और आप स्टेशन से बस या ऑटो लेकर मन्दिर तक पहुँच सकते हैं।
इस मन्दिर को हिन्दू संस्कृति में 108 दिव्यदेसम् में से एक माना...
कम्बाहरेस्वरार मन्दिर कुंभकोणम के निकट एक छोटे से गाँव थिरूभुवनम में स्थित है। हर साल पूजा के लिये आने वाले कई तीर्थयात्री इस गाँव के कुम्बरेस्वरार मन्दिर में आते हैं। गाँव में की मन्दिर हैं लेकिन कुम्बरेस्वरार मन्दिर को इन सबसे पवित्र माना जाता है।
मन्दिर...
पट्टेस्वरम् दुर्गा मन्दिर कुंभकोणम से 10 किमी की दूरी पर स्थित पट्टेस्वरम् शहर में स्थित है। यह मन्दिर हिन्दू देवी दुर्गा को समर्पित है और देवी के भक्तों के बीच काफी लोकप्रिय है। हर साल हजारों की संख्या में भक्त मन्दिर में देवी दुर्गा की आराधना तथा उनके आशीर्वाद...
कुंभकोणम का सोमेस्वर मन्दिर सोमेस्वर भगवान (भगवान शिव के स्वरूप), चिक्केस्वर और देवी सोमसुन्दरी को समर्पित है। पोर्टामराई टंकी के पूर्वी तरफ से मन्दिर तक आसानी से पहुँचा जा सकता है। आप मन्दिर तक सारंगपाणि मन्दिर के दक्षिणी सड़क द्वारा भी पहुँच सकते...
रामास्वामी मन्दिर भगवान विष्णु के अवतरारों में से एक, भगवान राम को समर्पित है और तमिलनाडु के थंजावूर जिले में स्थित कुंभकोणम का एक प्रसिद्ध मन्दिर है। मन्दिर को नयक्कर राजाओं के प्रधानमन्त्री गोविन्द दीक्षितार के कुशल निर्देशानुसार बनवाया गया था। नायक राजा भगवान...
उप्पिलियप्पन मन्दिर कुंभकोणम में स्थित है और भगवान विष्णु को समर्पित है जिन्हें यहाँ भगवना उप्पिलियप्पन पेरूमल के रूप में पूजा जाता है। उनकी पत्नी भूमिदेवी तथा उनके पिता ऋषि मार्कण्डेय की भी पूजा मन्दिर में की जाती है। यह मन्दिर 108 दिव्यदेसमों में से एक के रूप...
भागवत पादिथुराई घाट कुंभकोणम में स्थित एक स्नान घाट है जो कावेरी नदी के किनारे है। यह स्थान महामहाम पर्व के दौरान काफी भीड़-भाड़ वाला हो जाता है क्योंकि कई तीर्थयात्री इस अवसर पर पवित्र कावेरी नदी के जल में डुबकी लगाने के लिये आते हैं। स्नान को पवित्र माना गया है...
कुंभकोणम का कुम्बेस्वर मन्दिर भगवान शिव को समर्पित है और महामहाम का वार्षिक उत्सव इसी मन्दिर में मनाया जाता है। मन्दिर कम से कम 1300 साल पुराना है। मन्दिर 7वीं शताब्दी से अस्तित्व में है जब शहर पर चोलों का शासन था। मन्दिर का उल्लेख 7वीं शताब्दी में तमिलनाडु के...
वेंकटाचलपति स्वामी मन्दिर कुंभकोणम से केवल 7 किमी की दूरी पर है और भगवान विष्णु तथा उनकी पत्नी लक्ष्मी का बहुत प्रसिद्ध मन्दिर है। इस मन्दिर में भगवान को वेंकटाचलपति, जिन्हें उप्पिलियप्पन के नाम से भी जाना जाता है, उप्पिलियप्पन और थिरूविन्नगरप्पन के रूप में पूजा...