समुंदरी तट से 9600 फीट की ऊँचाई पर बसा सिक्किम का यह मनोहर शहर लाचुंग, उत्तर सिक्किम जिले में स्थित है। लाचुंग, लाचेन और लाचुंग नदियों के संगम पर स्थित है, जो आगे जाकर तीस्ता नदी में मिल जाती है। लाचुंग का अर्थ है “छोटी सी घाटी” और यह दुनिया भर के लेखकों का पसंदीदा स्थान रहा है। लाचुंग अपने मठों के लिए प्रसिद्ध है, और यहाँ के लाचुंग मठ को देखने दुनिया भर से हजारों सैलानी आते हैं।
इसे युमथांग घाटी का प्रवेश द्वार भी माना जाता है। सिक्किम के इस छोटे से शहर की खूबसूरती इसे एक प्रचलित पर्यटक स्थल बनाते हैं। यह शहर इतना सुन्दर है कि, विख्यात ब्रिटिश घुमक्कड जोसेफ डॉल्टन हुकर ने अपने लेख द हिमालयन जर्नल में इसे “सिक्किम के सबसे सुन्दर ग्राम” के रुप में संबोधित किया।
विशेष रुप से लाचुंग अपने सुन्दर झरनों, प्राचीन नदियों और विशाल सेबों के बगीचों के लिए प्रसिद्ध है, और इसकी इस सुन्दरता को देखने ज्यादा तर सैलानी अक्टूबर से लेकर मई महीने के बीच आते हैं। सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण सैलानियों की संख्या थोडी कम हो जाती है।
लाचुंग के पर्यटक स्थल
वैसे तो लाचुंग में इतने पर्यटक स्थल नहीं है, पर सिक्किम की सैर करने आए सैलानियों को यह सीमित स्थल भी काफी आकर्षक लगते हैं। लाचुंग मठ और रोडोडेंड्रन अभयारण्य लाचुंग के प्रमुख आकर्षक स्थल है, इस अभयारण्य में क्षेत्रीय रोडोडेंड्रन फूल की कई प्रजातियाँ पाई जाती है और यह फूल गर्मियों के शुरुआती महीनों में पूरा खिलता है।
लाचुंग में सैलानियों को चखने के लिए स्वादिष्ट सेब, खुबानी और आडू तो मिलेंगे ही, साथ ही अपने हस्तशिल्प केंद्र के लिए भी प्रसिद्ध लाचुंग से सैलानी अपने घर के लिए कुछ सुन्दर और उत्कृष्ट हस्तनिर्मित वस्तुएँ ले जा सकते हैं।
लाचुंग का वातावरण
गर्मियों में लाचुंग का वातावरण काफी सुहावना होता है, जबकि सर्दियों में यहाँ बहुत ज्यादा ठण्ड पडती है, और मानसून में यहाँ भारी वर्षा होती है।
लाचुंग की तस्वीरें, लाचुंग मठ और यहाँ का गोम्पा नृत्य।
लाचुंग के स्थानीय निवासी
लाचुंग के अधिकतर निवासी तिब्बती कुल के लेपचा और भूटिया समुदाय के लोग है। इन्हें लाचुंगप्स भी कहा जाता है। नेपाली, लेपचा और भूटिया यहाँ की लोकप्रिय भाषाएँ हैं। आज भी यहाँ के स्थानीय लोग जुम्सा नामक प्रशासनिक तंत्र को मानते हैं, जिसके अंतर्गत सारे स्थानीय विवाद निपटाए जाते हैं।
लाचुंग में ऐड्वेन्चर
लाचुंग में कई ऐड्वेन्चर स्पॉर्ट्स खेले जाते हैं। वैसे तो यह स्थान रोडोडेंड्रन अभयारण्य के लिए शुरु होती ट्रेक का मूल आधार है (यह ट्रेक युमथांग घाटी से शुरु होकर लाचुंग घाटी में समाप्त होती है)। लाचुंग के करीब स्थित पुन्नी, स्कीइंग के लिए जाना जाता है।
यात्रा के साधन
लाचुंग के लिए राजमार्ग, रेल मार्ग और हवाई मार्ग की सेवा उपलब्ध है।