गढवाली मैस, लैंसडाउन की प्राचीन विरासत है।1888 में अंग्रेजों द्वारा बनाई गई यह इमारत 1892 में मैस के रुप में परिवर्तित की गई। यह मैस भारतीय सैन्य की धरोहर का प्रतीक है, और आज एशिया के प्रमुख संग्रहालयों की श्रेणी में शामिल है। इस संग्रहालय में जंगली जानवर की खाल का संग्रह है। संग्रहालय में मौजूद डायल नंदादेवी, चौखंबा, कामेट नामक हिमालय की अन्य कई पर्वतों की दिशा दिखाता है।