मध्यप्रदेश को “भारत का हृदय” कहा जाता है तथा यह देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है। इस राज्य का इतिहास, भौगोलिक स्थिति, प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक विरासत और यहाँ के लोग इसे भारत के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थलों में से एक बनाते हैं। इसकी राजधानी भोपाल है, जो झीलों के शहर के नाम से प्रसिद्ध है। मध्य प्रदेश पर्यटन पर्यटकों को तलाशने और आनंदित करने के लिए पर्यटन के सभी पहलू प्रदान करता है। बांधवगढ़ नेशनल पार्क में टाइगर देखने से लेकर खजुराहो के मंदिर की मूर्तियों में आप वास्तविक भारत को खोज सकते हैं।
मध्यप्रदेश की स्थलाकृति
राज्य की केंद्रीय स्थिति तथा साथ ही साथ समृद्ध प्राकृतिक विविधता इसे संपूर्ण पर्यटन गंतव्य बनाते हैं। उच्च पर्वत श्रेणियों, नदियों और झीलों से युक्त हरे भरे जंगल प्रकृति के विभिन्न तत्वों के बीच एक सुंदर सामंजस्य प्रदान करते हैं। नर्मदा और ताप्ती नदियां दो पहाड़ों विंध्य और सतपुड़ा के बीच एक दूसरे के समानांतर चलती है। विभिन्न प्रकार के पशु पक्षी और पौधे तथा यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता मध्य प्रदेश के पर्यटन की विशेषता है।
मध्य प्रदेश का इतिहास और सांस्कृतिक विरासत
मध्य प्रदेश पर कई राजवंश के राजाओं ने शासन किया। मध्य प्रदेश ने प्राचीन काल के मौर्य, राष्ट्रकूट और गुप्त वंश से लेकर बुन्देल, होल्कर, मुग़ल और सिंधिया जैसे लगभग चौदह राजवंशों का उत्थान और पतन देखा है। विभिन्न राजाओं के द्वारा कला और वास्तुशैली के विभिन्न प्रकार यहाँ विकसित हुए।
खजुराहो की कामुक मूर्तियां, ग्वालियर का शानदार किला, उज्जैन और चित्रकूट के मंदिर या ओरछा की छतरियां सभी वास्तुकला के अच्छे उदाहरण हैं। खजुराहो, सांची और भीमबेटका को यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया है।
मध्य प्रदेश की आदिवासी संस्कृति मध्य प्रदेश के पर्यटन का एक महत्वपूर्ण भाग है। यहाँ मुख्य रूप से गौंड और भील आदिवासी रहते हैं। आदिवासी कला और कलाकृतियां पर्यटन के आकर्षण का प्रमुख स्त्रोत हैं। लोक संगीत और नृत्य देश की कलात्मक विरासत है।
वन्य जीवन – मध्य प्रदेश के विकास पहलू
विंध्य और सतपुड़ा के पर्वत और हरे भरे जंगल अनेक प्रजातियों को आवास प्रदान करते हैं। मध्य प्रदेश पर्यटन के प्रमुख आकर्षण वन्य जीवन अभयारण्य और वन्यजीव राष्ट्रीय उद्यान हैं। बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान, पेंच राष्ट्रीय उद्यान, वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, कान्हा राष्ट्रीय उद्यान, सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान, माधव राष्ट्रीय उद्यान, पन्ना राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश के कुछ प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से हैं। इन स्थानों पर पक्षियों, जानवरों और पौधों की विस्तृत विविधता देखी जा सकती है। नीमच में स्थित गांधी सागर अभ्यारण भी एक प्रसिद्ध वन्य जीव अभयारण्य है। वर्तमान में मध्य प्रदेश एक प्रसिद्ध पारिस्थितिकी पर्यटन गंतव्य है।
मध्य प्रदेश का भोजन, मेले और त्यौहार
मध्य प्रदेश में व्यंजनों की विविधता यहाँ के पर्यटन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ के व्यंजनों में मुख्य रूप से राजस्थनी और गुजराती व्यंजन शामिल हैं। राजधानी शहर भोपाल अपने राजसी खाने जैसे सींक और शामी कबाब के लिए प्रसिद्ध है। जलेबी और काजू की बर्फी लगभग सभी मिठाई की दुकानों और सभी स्थानों में उपलब्ध रहती है।
हालाँकि राज्य के प्रत्येक भाग में खाने की आदतों में भिन्नताएं हैं। खजुराहो का खजुराहो नृत्य समारोह और ग्वालियर का तानसेन संगीत समारोह पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। गाँव में आदिवासी जनजातियों द्वारा मनाये जाने वाले मडई उत्सव और भगोरिया उत्सव प्रसिद्ध हैं।