अर्जुन तपस्या का निर्माण, 7 वीं सदी में किया गया था जो 43 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, इस स्थान पर खुली जगह पर एक पत्थर का खंभा रखा हुआ है। इसे गंगा के अवतरण के नाम से भी जाना जाता है। इस स्थान के नाम रखे जाने पीछे दो कहानियां है - एक पक्ष का...
स्थानीय लोग पांच रथ को पंच रथ के नाम से भी पुकारते है, यह एक मंदिर है जो पत्थरों को काटकर पूर्णत: भारतीय शैली में बनाया गया है। यह मंदिर लगभग 7 वीं शताब्दी में बनवाया गया था। शोर मंदिर की भांति, पंच रथ को भी यूनेस्को ने विश्व विरासत घोषित...
बाघ की गुफाओं को एक हिंदू मंदिर के तौर पर जाना जाता है जो चट्टान को काटकर बनाया गया है। यह मंदिर महाबलीपुरम में स्थित है और इस स्थान को सालुवनकुप्पम के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में यानि गुफा के द्वार पर एक बाघ का मुंह बना हुआ है जो यहां के नाम होने...
घडियाल बैंक, महाबलीपुरम से 14 किमी. की दूरी पर स्थित है और यहां कई प्रकार के जीव जैसे - घडियाल, सांप आदि पाएं जाते है। इस साइट को हेरपेटोलॉजिस्ट रोमुलस व्हिटेकर द्वारा 1976 में स्थापित कर दिया गया। इस बैंक का मुख्य उद्देश्य भारतीय और अफ्रीकी...
शोर मंदिर का निर्माण 700 से 728 ई.पू. तक हुआ था और इसे बंगाल की खाड़ी के शोर के रूप में जाना जाता है। इस मंदिर का निर्माण काले ग्रेनाइट से हुआ है, यह एक संरचनात्मक मंदिर है और इसे यूनेस्को के द्वारा विश्व विरासत के रूप में वर्गीकृत किया गया, यह सबसे...