रेवा कुंड एक अन्य स्मारक है जो बाज बहादुर और रूपमती की प्रेम कहानियों को समर्पित है। रेवा कुंड एक कृत्रिम झील है जिसे बाज बहादुर ने रूपमती मंडप में पानी की आपूर्ति के लिए बनवाया था। इस झील में प्राकृतिक प्रसिद्धि के अलावा धार्मिक प्रकृति भी है।
इस क्षेत्र की अन्य झीलों की तरह, यह झील भी वर्तमान में अस्तित्व में है जिसे यहां के हिंदूओं के द्वारा संरक्षण में रखा गया है। इस क्षेत्र में झील के आसपास सौंदर्यीकरण हमेशा चलता ही रहता है ताकि इसे सुंदर बनाया जा सके। झील के उत्तर - पश्चिमी क्षेत्र में एक पॉवेलियन भी है जिसका काफी विस्तार हो चुका है और इसमें विभिन्न प्रकार के कई खंभे और मेहराब बने हुए है जो यहां आने वाले पर्यटकों और धार्मिक श्रद्धालुओं को आराम प्रदान करते है।
झील के उत्तरी छोर पर एक अनोखा कोंटरापशन है जिसे वॉटर लिफ्ट भी कहा जाता है जहां से बाज बहादुर पैलेस के लिए पानी की आपूर्ति की जाती है। रीवा कुंड की यात्रा, मांडू में महलों की यात्रा के बाद अवश्य करनी चाहिए।