पर्यटन के मामले में बेहद समृद्ध मंगन उत्तर सिक्किम जिला का मुख्यालय है। उत्तर सिक्किम क्षेत्रफल के मामले में सबसे बड़ा जिला है और मंगन इस जिले के दक्षिणी भाग में पड़ता है। यह शहर गंगटोक से 67 किमी दूर है और यह आपपस के जगहों से भी अच्छे से जुड़ा हुआ है।
भूगोल
समुद्र तल से 3236 फिट की ऊंचाई पर स्थित मंगन तिब्बत पठार का प्रवेशद्वार भी है। यह पठार तिब्बत के स्वायत्त क्षेत्र के बहुत बड़े भाग के अलावा पश्चिमी चीन के किंघाई प्रांत और जम्मू कश्मीर के लद्दाख तक फैला हुआ है। साथ ही सुदूर उत्तर में मंगन का फैलाव लाचुंग, चुंगथांग और लाचेन तक है।
मंगन की संस्कृति
मंगन हर साल 12 से 14 दिसंबर तक आयोजित होने वाले तीन दिवसीय संगीत उत्सव के लिए जाना जाता है। इसके अलावा मंगन फूड फेस्टिवल, परंपरागत संगीत और स्थानीय हस्तशिल्प की बिक्री के लिए भी प्रसिद्ध है। ये सब आपस में मिलकर इस शहर को और भी रोचक बना देते हैं। इस क्षेत्र के अलावा पड़ोसी राज्य के म्यूजिक बैंड भी इस उत्सव में भाग लेते हैं। ठंड के इस मौसम में जब फिजा में संगीत घुलता है तो माहौल बहुत ही दिलकश हो जाता है।
मंगन की भाषाएं
अगर कोई नेपाली या तिब्बती मंगन घूमने आए तो भाषा उनके लिए बाधा नहीं बनेगी। इसकी वजह यह है कि नेपाली व भूटिया सहित अन्य कई भाषाएं मंगन की अधिकृत भाषा है। सिक्किम के अन्य जगहों के उलट यहां के निवासी कई तरह की भाषाएं बोलते हैं। इन भाषाओं में नेपाली, भूटिया, लेप्चा, लिंबू, नेवारी, राई, गुरुंग, मंगर, शेरपा, तमांग और सुनवर प्रमुख है।