गोवा के मडगांव शहर में स्थित होली स्पिरिट चर्च का निर्माण मूल रूप से 1564 में हुआ था। मुस्लिम सेना के साथ 1571 में हुए युद्ध यह नष्ट हो गया। 1645 में जब हालात स्थिर हुए तब धन एकत्रित कर चर्च का पुनर्निर्माण किया गया और इसे पुन: पवित्र किया गया।
मई महीने के अंत में होली स्पिरिट चर्च एक दिन के उत्सव का आयोजन करता है। इस दिन दोपहर में प्रार्थना आयोजित की जाती है जो पूरे मडगांव में प्रसिद्द है। वर्षा शुरू होने के पहले लोग इस उत्सव में सूखी मछलियां, सब्जियां और अन्य अनाज खरीदने आते हैं। यह उत्सव लगभग 5 से 6 दिन चलता है।
बरोकुए वास्तुकला से प्रेरित इस चर्च में ऊंचे टॉवर हैं, एक स्वच्छ सफ़ेद मुखौटा है और आंतरिक भाग क्रिस्टल से सजाया गया है। इस चर्च में अच्छी तरह से सजी हुई वेदियाँ हैं और इसके केंद्र में एक विशाल गुंबद है। यह चर्च लगभग 3000 ईसाई परिवारों का घर है।
पर्यटक और तीर्थयात्री सप्ताह के सातों दिन इस चर्च की सैर कर सकते हैं। इस स्थान तक पहुँचना आसान है, वास्को दा गामा और पणजी से मडगांव के लिये बस और कैब सेवा उपलब्ध है। उत्तरी गोवा के क्षेत्रों केनडोलिम, बागा, मापुसा और कलंगुट में बसे हुए तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिये यह यात्रा थोड़ी लंबी हो सकती है परंतु अच्छी है। आप बाकी का दिन मडगांव की सैर कर सकते हैं जो पहले एक गाँव था और अब एक शहर बन चुका है।