नैनी पीक, नैनीताल की सबसे ऊँची चोटी है, पर्यटक यहाँ से पूरे क्षेत्र का प्रभावशाली दृश्य देख सकते हैं। इसे ‘चाइना पीक’ भी कहते हैं, यह समुद्र तल से 2611 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यात्री मल्ली ताल और स्नो-व्यू से यहाँ तक पहुँचने के लिए घोड़े या पोनी को...
फ्लैट्स में अनेक मनोरंजक मैदान हैं, जहाँ कई पोलो, क्रिकेट और हॉकी के मैचों का आयोजन किया जाता है। इतिहास से पता चलता है कि वर्ष 1880 में बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ जिसके कारण 151 लोग मारे गए। इस भूस्खलन के परिणामस्वरूप एक फैला हुआ समतल क्षेत्र झील के बगल में उभर...
नैनीताल रोपवे, नैनीताल का एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है जो कुमाऊँ मंडल विकास निगम (केएमवीएन) के अधिकार क्षेत्र में है। यह भारत में स्थापित प्रथम केबल कार (हवाई रोपवे) है। यह 300 मीटर की ऊँचाई पर, 705 मीटर की दूरी कवर करता है। प्रत्येक कार की भार क्षमता 825 किग्रा (12...
नैनी देवी मंदिर एक ‘शक्ति पीठ’ है जो नैनी झील के उत्तरी छोर पर स्थित है। यह मंदिर हिंदू देवी, ‘नैना देवी’ को समर्पित है। नैना देवी की प्रतिमा के साथ भगवान श्री गणेश और काली माता की मूर्तियाँ भी इस मंदिर में प्रतिष्ठापित हैं। पीपल का एक...
नैनी झील, नैनीताल का सबसे प्रमुख आकर्षण है, जो कि हरी-भरी घाटियों से घिरा हुआ है। यात्री, यहाँ यैचिंग (पाल नौकायन), रोइंग, पैडलिंग (नौकायन) जैसी गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं। किंवदंतियों के अनुसार, आँख के आकार की झील का निर्माण उस स्थान पर किया गया था, जहां...
स्नो-व्यू, समुद्र की सतह से 2270 किमी की ऊँचाई पर स्थित एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह नैनीताल शहर से 2.5 किमी की दूरी पर स्थित है। दर्शक रोपवे या किराए के वाहन के द्वारा गंतव्य तक पहुँच सकते हैं। यह ‘शेर-का-डंडा’ रिज के शीर्ष पर स्थित है और शक्तिशाली...
खुर्पाताल, मछली पकड़ने के शौकीन (काटेबाज़) लोगों के लिए स्वर्ग है। यह नैनीताल से 10 किमी की दूरी पर स्थित है। यह खूबसूरत सा उपग्राम (खेड़ा) समुद्र की सतह से 1635 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यह अपनी खुशनुमा जलवायु और मनमोहक झील के कारण जाना जाता है, जहाँ मछली पकड़ने...
ठंडी सड़क, एक शांत पदयात्री रोड है, जो झील के किनारे स्थित है। पर्यटक, पाइन देवदार और ओक के हरे-भरे जंगलों के बीच चहल-कदमी का आनंद उठा सकते हैं। इस शांत सैर क्षेत्र में, पेड़ों से छन कर आती शुद्ध हवा और पक्षियों की चहचहाहट यात्रियों को सुख का अनुभव कराती हैं।
...सरियाताल एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल है, जो नैनीताल शहर से 5 किमी की दूरी पर स्थित है। इस जगह पर एक छोटी झील और एक फव्वारा है।
मॉल, नैनीताल की एक प्रसिद्ध रोड का नाम है, और हाल ही में उसका नाम बदल कर ‘गोविन्द बल्लभ पन्त मार्ग’ का दिया गया है। दुकानों और बाज़ारों के अलावा बहुत से बैंक और ट्रेवल एजेंसियाँ मॉल रोड पर उपलब्ध हैं। यह रोड मल्लीताल को तल्लीताल से जोड़ती है। एक अन्य...
अवलोकन विज्ञान का आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट, नैनीताल का एक लोकप्रिय पर्यटन आकर्षण है। नैनीताल से 9 किमी की दूरी पर स्थित यह इंस्टीट्यूट , मनोरा पीक पर स्थित है। खगोलीय अध्ययन और खगोल भौतिकी के एक केंद्र के रूप में, यह साफ़ आसमान वाली रातों में, अत्याधुनिक दूरबीन...
गर्नी हाउस, एक प्रसिद्ध ब्रिटिश शिकारी एवं संरक्षणवादी जिम कॉर्बेट का निवास स्थान था। जिम कॉर्बेट की मृत्यु के बाद इस सुंदर घर को ‘सरदार प्रसाद वर्मा’ को बेच दिया गया। वर्तमान में यह ‘वर्मा’ की पोती ‘नीलांजन डालमिया’ के...
अरबिंदो आश्रम, कुमाऊँ घाटी की हरी-भरी पहाड़ियों के बीच स्थित है। यह बाज़ार क्षेत्र से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, यह (पूर्व अनुमति के बाद) यात्रियों को आवास की सुविधा प्रदान करता है। यहाँ रहने के दौरान पर्यटक योग और ध्यान साधना का अभ्यास भी कर सकते है।
सेंट जॉन चर्च इन वाइल्डरनेस, एक शांत जगह है जो मल्लीताल (नैनीताल के उत्तरी छोर) में स्थित है। यह चर्च वर्ष 1844 में स्थापित की गई थी। रिकॉर्ड के अनुसार, कोलकाता के बिशप (धार्माध्यक्ष) डैनियल विल्सन, इस चर्च की नींव के पत्थर की स्थापना करने यहाँ आए थे, अपनी यात्रा...
गुआनो हिल्स, नैनीताल के पंगोट गाँव में स्थित सुंदर पहाड़ी श्रंखला को संदर्भित करता है। इस पहाड़ी से होकर जाने वाली पगडंडियाँ, यात्रियों को ओक, देवदार और बांस के सघन जंगलों में लाती है। कई दुर्लभ और लुप्तप्राय वनस्पतियों के अलावा, कई दुर्लभ पक्षी प्रजातियाँ जैसे...