नव नालंदा महाविहार एक आधुनिक संस्थान है जो बौद्ध धर्म और पाली भाषा के अध्ययन और अनुसंधान का केंद्र है। इस संस्थान की नींव भिक्षु जगदीश कश्यप ने रखी थी। इस संस्थान को 1951 में भारत एवं दूसरे देशों से आने वाले विद्यार्थियों के लिए खोल दिया गया।
नालंदा विश्वविद्यालय परिसर के दक्षिण में स्थित यह संस्थान इसके गौरवशाली अतीत एवं प्राचीन सांस्कृतिक विरासत को फिर से जीवित करने के लिए उसी पुरानी विचारधारा को समर्पित है। यह संस्थान उच्च शिक्षा के उन्हीं पुराने तरीकों को अपनाता है।